भोपाल की सितार वादक स्मिता नागदेव ने कर्नाटक की विश्व धरोहर हम्पी पर बन रही डॉक्यूमेंट्री के लिए सितार वादन किया। वे इंडो-फ्रेंच युगल की स्टोरी पर बन रही इस डॉक्यूमेंट्री में मुख्य भूमिका में भी दिखेंगी। ढाई घंटे की इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म की शूटिंग में स्मिता ने एक पखवाड़े से भी ज़्यादा समय तक हिस्सा लिया। फ्रेंच डायरेक्टर रोशान द्वारा बनाई जा रही यह डॉक्यूमेंट्री पेरिस के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में दिखाई जाएगी।
स्मिता ने बताया कि हम्पी को विश्व धरोहर का दर्जा दिलवाने में एक इंडो-फ्रेंच युगल का महत्वपूर्ण योगदान था। कर्नाटक की मूल निवासी वसुंधरा पीएचडी करने के लिए फ्रांस गई थीं और उनके शिक्षक फ्रेंच होने के बावजूद संस्कृत के बड़े जानकार थे। उन्हीं के बेटे फिलिओजा से सन 1968 में वसुंधरा ने शादी की थी। दोनों पति-पत्नी शोध के लिए बार हम्पी आते रहते थे। इस अनूठी विरासत की और यूनेस्को का ध्यान आकर्षित करने में उनकी बड़ी भूमिका रही। उल्लेखनीय है कि हम्पी मध्यकालीन राज्य विजयनगर साम्राज्य की राजधानी थी। तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित इस नगर के अब अवशेष ही बाकी हैं। इसी विरासत पर यह डॉक्यूमेंट्री फिल्म तैयार की जा रही है। स्मिता इसमें वसुंधरा की युवावस्था की भूमिका अदा कर रही हैं। भोपाल के राहुल शर्मा इस प्रोजेक्ट में रोशान के सहायक थे।
हम्पी पर केन्द्रित फिल्म में स्मिता का सितार वादन और अभिनय
सन्दर्भ स्रोत : दैनिक भास्कर
संपादन : मीडियाटिक डेस्क
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