सुमित्रा मुखर्जी संभवत: एकमात्र भारतीय महिला हैं, जिन्होंने गणित पढ़ाने से लेकर ऐसी किसी अंतर्राष्ट्रीय संस्था में ऊंचे ओहदे तक पहु...
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से शिफाली का पहला परिचय 98-99 में हुआ। उस समय भोपाल और उसके आसपास सी टीवी की धूम थी। यहाँ वे एंकरिंग के साथ रि...
रत्नकुमारी ने अपने पिता की साहित्यिक, राजनीतिक और सामाजिक विरासत को सरलता से सहेज लिया। एक ओर वे साहित्य सृजन में व्यस्त थीं तो दू...
जिस दौर में शिप्रा शर्मा न्यायिक सेवा में पहुंची उस समय इक्का दुक्का महिलाएं ही इस क्षेत्र में सक्रिय थीं। 31 साल और 8 महीने के से...
सीपीआई की कर्मठ कार्यकर्ता इंदु मेहता ने अपनी किशोरावस्था और जवानी में ही अंग्रेजों की गुलामी से आज़ादी का ख़्वाब अपनी आँखों में सजा...
नाजनीन हमीद, जिन्होंने खेल की शुरुआत दौड़ और ऊंची कूद से की लेकिन वे राष्ट्रीय चैम्पियन बनी वॉलीबॉल की।