छतरपुर की क्रांति गौड़ ने इंग्लैंड में मचाई

blog-img

छतरपुर की क्रांति गौड़ ने इंग्लैंड में मचाई
धूम, 6 विकेट लेकर रचा इतिहास 

छाया : ईटीवी भारत

मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के छोटे से गांव घुवारा की रहनी वाली क्रांति गौड़ ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के आखिरी वन डे में 6 विकेट लेकर टीम इंडिया को मैच और सीरीज जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वह 18 वर्ष 179 दिन की उम्र में भारत के लिए 5 विकेट हॉल लेने वाली दूसरी सबसे कम उम्र की गेंदबाज बन गई हैं। इससे पहले दीप्ति शर्मा भी 18 वर्ष 179 दिन की उम्र में ऐसा कर चुकी हैं। क्रांति ने अपने चौथे ही वनडे में पहला 5 विकेट हॉल हासिल किया है। भारतीय क्रिकेट में इससे पहले केवल पूर्णिमा चौधरी ने ही अपने डेब्यू मैच में यह कारनामा किया था।

बता दें कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने तीन मैचों की सीरीज के तीसरे और आखिरी वनडे में 13 रनों से शानदार जीत के साथ सीरीज भी 2-1 से अपने नाम कर ली है। इसके साथ ही भारत ने इंग्लैंड की सरजमीं पर जहां पहली बार वनडे अंतरराष्ट्रीय सीरीज और टी20 इंटरनेशनल सीरीज दोनों जीतकर इतिहास रचा है,  वहीं 18 वर्षीय क्रांति ने भी वनडे क्रिकेट इतिहास के सुनहरे पन्नों में अपना नाम दर्ज करा लिया है।

उनके पिता सेवानिवृत्त पुलिस कांस्टेबल हैं। क्रांति छह भाई-बहनों में से एक है। बचपन में लड़कों के साथ गांव में ही क्रिकेट खेलने वाली क्रांति के परिवार की स्थिति ऐसी नहीं थी कि क्रिकेट जैसे महंगे खेल के लिए जरूरतें पूरी हो सकें। वर्ष 2017 में सागर की टीम खेलने आई थी, जिसमें एक खिलाड़ी कम थी, तब क्रांति ने पहली बार लेदर गेंद से खेला। बल्ले और गेंद से शानदार प्रदर्शन किया और प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार भी जीता। साधारण शुरुआत से शुरू हुआ उनका यह सफ़र उसके कोच राजीव बिल्थारे और बाद में चंद्रकांत पंडित के सहयोग से उपलब्धियों में इजाफा कर रहा है

क्रांति की इस सफलता के पीछे उनके कोच राजीव बिल्थारे का भी महत्वपूर्ण योगदान है, जिन्होंने उन्हें मुफ्त में प्रशिक्षण देने के साथ-साथ उसे अन्य जरूरी सामान भी उपलब्ध कराए। राजीव बताते हैं वह शुरू से ही प्रतिभावान है और यही बात उसे बाकी लड़कियों से अलग बनाती है। यह पूरी तरह से उनकी मेहनत और प्रतिभा का नतीजा है कि वह आज यहां तक पहुंची हैं। उसने सभी आयु-वर्ग टूर्नामेंटों में मध्य प्रदेश के लिए खेला।

पूर्व भारतीय विकेटकीपर चंद्रकांत पंडित द्वारा संचालित एमपीसीए के शिविर में शामिल होने के बाद उसके खेल में निखार आया। महिला प्रीमियर लीग ने क्रांति की ज़िंदगी बदल दी है। कुछ सालों तक, वह मुंबई इंडियंस के लिए नेट बॉलर थीं, लेकिन पिछले साल यूपी वॉरियर्स ने उन्हें WPL नीलामी में उनके बेस प्राइस ₹10 लाख में खरीद लिया। ख़ास बात यह की उस समय तक क्रांति ने  एक भी सीनियर महिला टी20 मैच नहीं खेला था, लेकिन ट्रायल्स के दौरान उनके प्रदर्शन  के आधार पर उनका चयन किया गया था।

उपलब्धियाँ

• राष्ट्रीय टीम में चयन : अप्रैल 2025 में श्रीलंका महिला त्रिकोणीय श्रृंखला में प्रतिस्थापन खिलाड़ी के रूप में राष्ट्रीय टीम में चुना गया

• वनडे डेब्यू: मई 2025 में श्रीलंका के खिलाफ त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में वनडे से डेब्यू

• मई 2025 :  इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला के लिए एकदिवसीय और टी20आई टीम में नामित

• 12 जुलाई 2025 : उसी श्रृंखला में टी20 डेब्यू

•  22 जुलाई 2025 इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे वनडे में 6 विकेट लेकर इतिहास रचा। वह महिला वनडे क्रिकेट में ऐसा करने वाली भारत की सबसे युवा तेज गेंदबाज बनीं

•  वर्ल्ड प्रीमियर लीग :  क्रांति ने महिला प्रीमियर लीग में यूपी वॉरियर्स के लिए खेलते हुए अपनी प्रतिभा दिखाई है। उन्हें 10 लाख रुपये में खरीदा गया था

•  ब्रांड एंडोर्समेंट:  अब प्यूमा जैसी बड़ी ब्रांड का चेहरा हैं।

सन्दर्भ स्रोत : विभिन्न वेबसाइट

Comments

Leave A reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *



विश्व एक्वाटिक्स चैंपियनशिप : इंदौर की पलक शर्मा का चयन
न्यूज़

विश्व एक्वाटिक्स चैंपियनशिप : इंदौर की पलक शर्मा का चयन

सिंगापुर में होगी विश्व एक्वाटिक्स चैंपियनशिप . भारत की सबसे प्रतिभाशाली गोताखोर खिलाड़ियों में शामिल हैं पलक भारत की पह...

ट्रक डाइवर पिता का नशा छुड़वाने वाली रितिका
न्यूज़

ट्रक डाइवर पिता का नशा छुड़वाने वाली रितिका , बनी भेल कॉलेज नशामुक्ति की ब्रांड एम्बेसेडर

नशा छुड़वाने कई-कई दिन रही भूखी, कॉलेज प्रबंधन के संज्ञान में आने पर प्राचार्य डॉ. जैन ने किया सम्मान

'हायरॉक्स' फिटनेस प्रतियोगिता : डबल कैटेगरी
न्यूज़

'हायरॉक्स' फिटनेस प्रतियोगिता : डबल कैटेगरी , में दूसरे स्थान पर रहीं साक्षी और राधिया

सितंबर में मुंबई में होने वाली प्रतियोगिता के लिए किया क्वालीफाई

भारतीय नौसेना में अफसर
न्यूज़

भारतीय नौसेना में अफसर , बनी भोपाल की नितिशा त्रिवेदी

5 बार असफलता के बाद भी नहीं मानी हार, छठवें प्रयास में मिली सफलता

एशिया कप में साई भोपाल की
न्यूज़

एशिया कप में साई भोपाल की , हिमांशी और कंवलप्रीत ने जीते पदक

तानिया, रंजीता और लगन का भी शानदार प्रदर्शन जूडो खिलाड़ियों ने जीते पांच पदक