कठिन मंजिल, लेकिन अपने मजबूत हौसलों से पर्वत फतह करने वाली मध्य प्रदेश की महिला पर्वतारोहियों ने यह बता दिया है कि उड़ान भरने के लिए पंख नहीं, ऊंचे पर्वत जैसा हौसला चाहिए। हाल ही में एक ओर जहाँ मैहर की अंजना सिंह ने यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रुस पर तो दूसरी ओर रायसेन जिले की अंजना यादव ने हिमाचल प्रदेश के लाहौल जिले में स्थित 6081 मीटर ऊंचे माउंट शिंकुन ईस्ट पर पहुंचकर तिरंगा फहराकर मध्यप्रदेश ही नहीं, भारत का गौरव भी बढ़ाया है।
• अंजना सिंह-मैहर
मध्य प्रदेश के मैहर जिले की अमरपाटन तहसील के छोटे से गांव बेंदुराकला की अंजना सिंह ने पर 27 जुलाई की सुबह 6 बजे यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रुस (5,642 मीटर/18,510 फीट) तिरंगा फहराकर युवाओं को 'नशे को नहीं, सपनों को अपनाओ' का प्रेरणादायक संदेश भी दिया।
अंजना की पर्वतारोहण यात्रा वर्ष 2024 से शुरू हुई। 20 मई को उन्होंने मनाली की 15,000 फीट ऊंची फ्रेंडशिप वैली फतह की, फिर 19 जुलाई को लद्दाख सीमा पर स्थित 6,011 मीटर ऊंची शिनकुन चोटी पर तिरंगा लहराया। अफ्रीका के सबसे ऊंचे शिखर माउंट किलिमंजारो (19,341 फीट) पर भी वह विजय हासिल कर चुकी हैं।
शिखर पर गया राष्ट्रगान : माउंट एल्ब्रस के बर्फीले शिखर पर पहुंचकर अंजना ने न केवल भारत का तिरंगा लहराया, बल्कि गर्व से राष्ट्रगान भी गाया। उन्होंने इस कठिन यात्रा में-20°C से 22°C तक के बेहद कम तापमान, तेज बर्फीली हवाओं और ऑक्सीजन की भारी कमी का सामना किया।
पिता हैं किसान : एक साधारण परिवार से आने वाली अंजना के पिता राजेश सिंह किसान हैं, मां सियावती सिंह गृहिणी हैं और उनका एक बड़ा भाई भी है। आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों के बावजूद अंजना ने अपने जुनून को कभी मरने नहीं दिया।
• अंजना यादव-रायसेन
रायसेन जिले के सांची तहसील के दीवानगंज क्षेत्र की रहने वाली अंजना यादव जिले की पहली महिला पर्वतारोही हैं, जिन्होंने हिमाचल प्रदेश के लाहौल जिले में स्थित 6081 मीटर ऊंचे माउंट शिंकुन ईस्ट पर पहुंचकर तिरंगा फहराया।
अंजना ने यह सफलता मनाली के अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान से एक महीने की कठिन एडवांस पर्वतारोहण प्रशिक्षण के बाद हासिल की। वह अब तक यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और मलेशिया की ऊंची चोटियों पर भी तिरंगा लहरा चुकी हैं। अंजना 20 जुलाई को चोटी पर पहुंची थीं।
1 महीने की ट्रेनिंग में ग्लेशियर तक की तैयारी : अंजना यादव ने 22 जून को अपने घर से मनाली के लिए रवाना होकर वहां रॉक क्लाइंबिंग, स्नो क्राफ्ट और ग्लेशियर ट्रेनिंग ली। प्रशिक्षण के बाद वह 13000 फीट की ऊंचाई पर स्थित जिस्पा गईं और वहां से रमजा (5000 मीटर) होते हुए कठिन ट्रैकिंग कर 20 जुलाई को हिमाचल प्रदेश के लाहौल जिले में स्थित 6081 मीटर ऊंचे माउंट शिंकुन ईस्ट पर पहुंची थीं।
अंतरराष्ट्रीय पर्वत शिखरों पर भी अंजना का परचम अंजना इससे पहले भी यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रुस, ऑस्ट्रेलिया की माउंट कोस्ज़ुसुको और मलेशिया की माउंट किन्ना बालू पर भी भारतीय तिरंगा फहरा चुकी हैं। पर्वतारोहण के क्षेत्र में लगातार उनकी सक्रियता और सफलता ने रायसेन जिले की बेटियों के लिए प्रेरणा का रास्ता खोला है।
जिले की पहली महिला पर्वतारोही : अंजना यादव रायसेन जिले की पहली महिला पर्वतारोही हैं, जिन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय चोटियों पर भारतीय तिरंगा फहराया है। उनका यह सफर न केवल जिले बल्कि पूरे प्रदेश की बेटियों के लिए प्रेरणास्रोत बन गया है।
सन्दर्भ स्रोत : नवदुनिया/दैनिक भास्कर
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