भोपाल। मध्यप्रदेश की ताइक्वांडो अकादमी की प्रतिभाशाली खिलाड़ी कनिष्का शर्मा ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने जापान में होने वाले डेफ्लिम्पिक्स 2025 के लिए क्वालिफाई कर लिया है। यह अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता 15 से 26 नवम्बर 2025 के बीच आयोजित होगी। कनिष्का का चयन न सिर्फ मध्यप्रदेश, बल्कि पूरे देश के लिए गौरव का विषय है। उनकी मेहनत, लगन और आत्मविश्वास ने उन्हें इस ऐतिहासिक मुकाम तक पहुंचाया है। इस उपलब्धि से भारत को ताइक्वांडो के क्षेत्र में एक नई पहचान मिली है।
दिव्यांगता को दी मात
कनिष्का न बोल सकती हैं, न सुन सकती हैं, लेकिन उनके बुलंद हौसलों ने हर बाधा को पार कर दिखाया है। उन्होंने संकेतों की भाषा के माध्यम से ताइक्वांडो की बारीकियां सीखीं और अब तक राज्य स्तर पर पांच स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। साथ ही, 2023 में बेंगलुरु और बैतूल में आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में दो रजत पदक भी अपने नाम किए।
प्रशिक्षण और पारिवारिक सहयोग
कनिष्का वर्तमान में आशा निकेतन स्कूल में कक्षा 9 की छात्रा हैं। वे 2023 से मध्यप्रदेश शासन की मार्शल आर्ट अकादमी में कोच जगजीत और अर्जुन के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। उनके पिता कपिल शर्मा, जो पेशे से फोटोग्राफर हैं, और माता प्रियंका शर्मा ने कनिष्का को हरसंभव सहयोग दिया। पिता कपिल शर्मा बताते हैं कि जब कनिष्का की दिव्यांगता का पता चला, तो उन्होंने कई अस्पतालों में इलाज करवाने की कोशिश की, लेकिन डॉक्टरों ने इलाज से मना कर दिया। इसके बाद उन्होंने कनिष्का को विशेष बच्चों के लिए आशा निकेतन स्कूल में दाखिल कराया, जहां उसने साइन लैंग्वेज सीखी और अब बातचीत को अच्छी तरह समझकर प्रतिक्रिया भी देती हैं।
सन्दर्भ स्रोत : विभिन्न वेबसाइट
सम्पादन : मीडियाटिक डेस्क
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