सिविल सेवा परीक्षा : मध्यप्रदेश की बेटियों ने लहराया परचम

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सिविल सेवा परीक्षा : मध्यप्रदेश की बेटियों ने लहराया परचम

• स्वाति 15वीं रैंक, गुंजिता 26वीं तो पल्लवी ने 73वीं रैंक प्राप्त की

संघ लोक सेवा आयोग  सिविल सेवा परीक्षा 2022 के परिणाम में मध्य प्रदेश की लड़कियों ने बाजी मार ली है। मप्र में पहले नंबर पर 15वीं रैंकिंग लाने वाली सतना जिले की स्वाति शर्मा व 26वीं रैंकिंग लाने वाली गुंजिता रही। वहीं धार की संस्कृति सोमानी ने 49वीं रैक जबलपुर की सृष्टि जैन ने 165वीं रैंक हासिल की है। भोपाल से टॉप 100 में तीन महिला उम्मीदवारों ने जगह बनाई। 

स्वाति शर्मा 15वीं रैंक

सतना-मैहर तहसील के भटनवारा गांव की निवासी स्वाति ने जबलपुर में रहकर पढ़ाई की है। उन्होंने बताया कि शुरू से ही लक्ष्य था कि सिविल सेवा में ही जाना है। स्वाति का यह तीसरा प्रयास था। पहली बार वह प्रारंभिक परीक्षा पास कर पाईं थीं, वहीं दूसरी बार साक्षात्कार तक पहुंचीं। तीसरे प्रयास में वह सफल रहीं, उन्हें 15 वीं रैंक प्राप्त हुई। उनके पिता धनेंद्र शर्मा का ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय है। मां ममता शर्मा गृहिणी  है।

अनुष्‍का शर्मा 20वीं रैंक

यूपीएससी के तीसरे प्रयास में इंदौर की अनुष्का शर्मा को 20वीं रैंक प्राप्त हुई है।  उनके पिता सुनील शर्मा राष्ट्रीयकृत बैंक में जनरल मैनेजर हैं तथा माता मोनिका शर्मा गृहिणी हैं। अनुष्का ने स्नातक की पढ़ाई न्यूयार्क की सिटी यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र से पूरी की है। कॉलेज की पढ़ाई होने के बाद सिविल सर्विसेस में जाने की इच्छा हुई। यूपीएससी प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के लिए कोई कोचिंग क्लास नहीं गई। सेल्फ स्टडी के माध्यम से तैयारी की। सिर्फ माक टेस्ट के लिए दिल्ली की कोचिंग क्लासेस में तीन महीने गई। अनुष्का महिला व बाल विकास और चिकित्सा क्षेत्र में काम करना चाहती हैं।

गुंजिता अग्रवाल 26वीं रैंक

भोपाल की गुंजिता अग्रवाल की ऑल इंडिया रैंकिंग 26 है। वे हर दिन सिर्फ आइएएस बनने के लिए ही तैयारी कर रहीं थीं। इससे पहले वे 4 बार ये परीक्षा दे चुकी थीं लेकिन सफल नहीं हो पाईं।  गुंजिता अभी पब्लिक पॉलिसी में पीजी डिप्लोमा कर रही हैं। पिता जगदीश प्रसाद गुप्ता मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मंडल बोर्ड में असिस्टेंट इंजीनियर हैं और मां शशि गुप्ता गृहिणी हैं। वे अर्बन डेवलमेंट के अलावा शिक्षा, महिला एवं बाल विकास पर भी काम करना चाहती हैं।

संस्कृति सोमानी 49वीं रैंक

बदनावर (धार) की संस्कृति सोमानी विगत दो सालों से वो प्रशासनिक सेवाओं की जमकर तैयारी कर रही थी। संस्कृति ने दूसरे प्रयास में यह सफलता प्राप्त की है। इस वर्ष ऑल इंडिया रैंकिंग में 49वां स्थान प्राप्त किया है। वह नगर की पहली आईएएस अधिकारी होंगी। धार भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज सोमानी व किरण सोमानी की पुत्री संस्कृति ने यहां निजी विद्यालय से कक्षा 12वीं  तक अध्ययन किया। कोटा में पढ़ाई करते हुए आईआईटी बनारस में सिलेक्ट हुई। आईआईटी की पढ़ाई के बाद अच्छा खासा पैकेज इनके पास था। किंतु संस्कृति  आईएएस को ही प्राथमिकता देते हुए दिल्ली में यूपीएससी परीक्षा की तैयारियां में जुट गई। एचडीएफसी बैंक में कार्य करते हुए आईएएस की पढ़ाई करती रही। गत वर्ष साक्षात्कार में चूकने के बाद पुनः तैयारियों में जुट गई।

पल्लवी 73वीं रैंक

भोपाल की रहने पल्लवी मिश्रा ने 73 रैंक हासिल की है। उनके पिता अजय मिश्रा एडवोकेट हैं और मां डॉ. रेणु मिश्रा सत्य सांई कॉलेज में प्रोफेसर हैं। भोपाल के कार्मल कॉन्वेंट सीनियर सेकंडरी स्कूल से पढ़ी पल्लवी ने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी दिल्ली से कानून की पढ़ाई की है। उनका यूपीपीएससी परीक्षा का यह दूसरा प्रयास था। उन्होंने बिना कोचिंग के यह सफलता पाई है। वे महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण के क्षेत्र में काम करना चाहती हैं।

रोचिका गर्ग 174वीं रैंक

उज्जैन की रोचिका गर्ग ने 174 वीं रैंक प्राप्त की है। वे उज्जैन पावरलूम एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश गर्ग की बेटी है। रोचिका ने तीसरे प्रयास में यह सफलता पाई है। रोचिका की स्कूली पढ़ाई सेंट मेरी कान्वेंट स्कूल से हुई है। उन्होंने 10वीं की परीक्षा में 10 सीजीपीए अंक प्राप्त किए थे। 12वीं की परीक्षा 94 फीसद अंकों से उत्तीर्ण की थी। भोपाल के एमआइटी से इलेक्ट्रिकल ब्रांच से बीटेक की पढ़ाई करने के साथ ही उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी।

भूमि  श्रीवास्तव 304 रैंक

भोपाल की भूमि श्रीवास्तव ने 304 रैंक हासिल की है। उन्होंने यह सफलता किसी कोचिंग संस्थान के मार्गदर्शन के बिना ही प्राप्त की है। भूमि इससे पूर्व बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की छात्रा रही हैं। वे नेट जेआरएफ में भी सफलता प्राप्त कर चुकी हैं। भूमि शिवकुमार विवेक की पुत्री हैं

आकांक्षा जैन 702वीं रैंक

विदिशा जिले की गंजबासौदा तहसील मुख्यालय पर न्यायालय में स्टेनो के पद पर तैनात अनिल जैन की इकलौती बेटी आकांक्षा ने यूपीएससी परीक्षा में 702 वीं रैंक हासिल की है। आकांक्षा ने 12 वीं तक की पढ़ाई गंजबासौदा कॉन्वेंट स्कूल से ही की और इंजीनियरिंग की डिग्री भोपाल के एक निजी कॉलेजकालेज से प्राप्त की है। वर्तमान में दिल्ली विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ सोशल वर्क की पढ़ाई कर रही है।

शहडोल की साक्षी मिश्रा ने यूपीएससी में 299वीं रैंक हासिल की है। उनकी मां प्रीति मिश्रा अनूपपुर के केंद्रीय विद्यालय में प्रिंसिपल हैं। परीक्षा में देवास की आयशा फातिमा ने 184 वीं रैंक हासिल की है।

संदर्भ स्रोत- नई दुनिया, दैनिक भास्कर 

संपादन - मीडियाटिक डेस्क 

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