जन्म दिनांक : 01 अगस्त, जन्म स्थान : ओडिशा
माता : श्रीमती श्रीमंतिनी गुरु, पिता : श्री गोपाल चंद्र गुरु
जीवन साथी : डॉ. शिबा दत्ता, संतान : पुत्री-02
शिक्षा : बीएएमएस, एमएस (प्रसूति तंत्र एवं स्त्री रोग)
व्यवसाय : प्रोफेसर एवं प्रमुख प्रसूति तंत्र एवं स्त्री रोग विभाग/ मार्गदर्शक एवं सह-मार्गदर्शक-पीजी स्कॉलर्स
करियर यात्रा-जीवन यात्रा : 22 वर्षों का शिक्षण और नैदानिक अनुभव. वर्ष 2003 में रतलाम, मध्यप्रदेश में एक निजी कॉलेज में व्याख्याता के रूप में कार्य की शुरुआत. वर्ष 2008 में सरकारी कॉलेज बुरहानपुर में पदस्थ. यहाँ तीन वर्ष कार्य करने के बाद धन्वंतरी आयुर्वेद कॉलेज उज्जैन में सेवाएं दीं. पिछले 10 वर्षों से पंडित खुशीलाल आयुर्वेद कॉलेज भोपाल में कार्यरत.
उपलब्धियां/पुरस्कार
• प्रसूति के व्यापक आपातकालीन प्रबंधन के लिए लेवल-3/एफआरयू की स्थापना
• विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार और अन्य संस्थानों में कई शोध पत्र प्रस्तुति
• विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय आयुर्वेदिक पत्रिकाओं और पत्रिकाओं में कई शोध लेख और शोध पत्र प्रकाशित
पुरस्कार/सम्मान
• आयुर्वेद के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए पंडित उद्धवदास मेहता राज्य स्तरीय पुरस्कार (2017)
• पीजी स्तर की थीसिस के लिए अभिनव थीसिस पुरस्कार 2019
• आईएसएसएन अंतरराष्ट्रीय सर्वश्रेष्ठ शोधकर्ता पुरस्कार (2022)
• आयुर्वेद कुंभ हरिद्वार में मातृचर्या आइकन अवार्ड (2023)
• अभ्यास-नेशनल कांफ्रेंस एंड वर्कशॉप-आयुर्वेद, प्रामाणिक वैद्य पुरस्कार, रायपुर (2024)
• नवदुनिया द्वारा चिकित्सक पुरस्कार (2024)
• शिर्डी साईबाबा पब्लिक स्कूल संभलपुर, ओड़िसा द्वारा सेवाश्री सम्मान (2024)
रुचियां : नृत्य, गायन
अन्य जानकारी : आयुर्वेद के माध्यम से बांझपन का भी इलाज कर रही हैं जिसके परिणाम संतोषजनक हैं। खुशीलाल आयुर्वेद कॉलेज, भोपाल में इनके व्यक्तिगत प्रयासों से डिलीवरी प्वाइंट लेवल 1 के लिए मान्यता मिली और लेबर यूनिट की शुरुआत हुई. उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को व्यापक उपचार के लिए किये गए अथक प्रयास के बाद लेवल 3 मान्यता भी प्राप्त हुई, जिससे अस्पताल में सभी उच्च जोखिम वाले रोगियों को सिजेरियन सुविधा उपलब्ध हो सकी. उनके प्रयासों का ही नतीजा है कि मरीजों ने प्रसव के लिए इस संस्थान पर भरोसा करना शुरू कर दिया है.