जन्म दिनांक : 25 सितंबर, जन्म स्थान : चौमहला (राज.)
माता : श्रीमती ललिता परमार, पिता : श्री बंसीलाल परमार
जीवन साथी : श्री संतोष पवार, संतान : पुत्र – 01
शिक्षा : ए.टी.डी, बी.एफ.ए पेंटिंग, डिप.ए.एड
व्यवसाय : व्याख्याता, इलस्ट्रेशन ( रेखांकन), चित्रकला
करियर यात्रा-जीवन यात्रा : कला के संस्कार जाने-माने फोटोग्राफर पिता से मिले। बचपन में महाराष्ट्र के कला महर्षि शिल्पकार श्री त्र्यंबकराव यावलकर के शिल्प को बड़े कौतुक से निहारती थी. उनकी रुचि को पहचानकर पिता ने उन्हें चित्र बनाने प्रोत्साहित किया। चित्रकला की आरंभिक शिक्षा श्री लक्ष्मीनारायण पवार से मिली. विवाह पश्चात ससुर जी के सहयोग से उच्च शिक्षा जारी रही और गुरु श्री धनंजय कोल्हे, श्री अरविंद बडगुजर, श्री अविनाश सोनवाने तथा श्री जितेन्द्र भांरबे के मार्गदर्शन में ललित कला महाविद्यालय जलगांव में आर्ट टीचर डिप्लोमा फाईन आर्ट पेंटिंग और डिप.ए.एड किया.
देश की प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं (हंस, इन्द्रप्रस्थ भारती, समाज कल्याण, नया ज्ञानोदय, कला समय, कला वार्ता, मधुमति, विश्वगाथा-अहमदाबाद, प्रेमचंद पथ- वाराणसी, आजकल इत्यादि) में रेखांकन व आवरण चित्र प्रकाशित. इसके अलावा अतिरिक्त कई काव्य संग्रह, कहानी संग्रह, ग़ज़ल संग्रह इत्यादि के आवरण व रेखाचित्र प्रकाशित होते रहते हैं। वर्ष 2011 से ललित कला महाविद्यालय जलगांव में प्राध्यापक पद पर कार्यरत तथा कला यात्रा जारी.
पुरस्कार/सम्मान
• कला साधना सामाजिक संस्था, मुंबई द्वारा राष्ट्रीय स्तरीय नवदुर्गा पुरस्कार (2022)
• आनलाइन आर्ट एग्जीबिशन स्पर्धा में स्वर्ण पदक (2019)
• मानव संकेत अकादमी उज्जैन द्वारा सम्मानित (2012)
• कवयित्री बहिणाबाई महोत्सव में महिला चित्रकार का पुरस्कार (2014)
राजेन्द्र यादव ‘हंस’ आवरण सम्मान नई दिल्ली 2024
• अखिल भारतीय लेखक संघ झारखंड द्वारा पुरस्कृत (2019)
प्रदर्शनियां
• एकल प्रदर्शनी- पी.एन गाडगिल कलादालन 2019
• समूह प्रदर्शनी - अजंता सोसायटी ग्रुप शो 2014, शोध ग्रुप शो 2020
रुचियां : शिक्षण कार्य, कपड़ों पर चित्रकारी करना, कठपुतली शो देखना.