डॉ. टीना स्वप्निल पोरवाल

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डॉ. टीना

डॉ. टीना स्वप्निल पोरवाल

sethiya.tina@gmail.com

2024-09-07 04:57:10

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जन्म दिनांक : 21 मार्च 1989, जन्म स्थान : इंदौर

 

माता : श्रीमती निर्मला सेठिया, पिता : श्री महेश कुमार सेठिया

 

जीवन साथी : श्री स्वप्निल पोरवाल, संतान : पुत्री : 02

 

शिक्षा : बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (बीएफए-पेंटिंग 2006-2010),  मास्टर ऑफ फाइन आर्ट्स (एमएफए-पेंटिंग 2010-2012), पीएचडी. (ड्राइंग और पेंटिंग ‘पेंटिंग संचार की परंपरा की समीक्षा और अध्ययन’ 2018)

 

व्यवसाय : संस्थापक ‘ग्रंथालय पब्लिकेशन्स एंड प्रिंटर्स’

 

करियर यात्रा-जीवन यात्रा : वर्ष 2010 में प्रकाशन क्षेत्र से करियर की शुरुआत. प्रकाशन कार्य का 13 साल से अधिक का अनुभव. छह से अधिक अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं की प्रबंध संपादक तथा 20 से अधिक सम्मेलनों में समन्वयक रह चुकीं 20 से अधिक पुस्तक प्रकाशित कर चुकी हैं. शुरुआती करियर में भारत के विभिन्न हिस्सों में अनेक चित्र प्रदर्शनियों में भागीदारी, लेकिन बाद में अनुसंधान और शिक्षा क्षेत्र को करियर के रूप में चुना. वर्ष 2010 में ‘ग्रंथालय’ पब्लिकेशन्स एंड प्रिंटर्स की स्थापना की.

 

उपलब्धियां/पुरस्कार

सहलेखक - मध्यप्रदेश की हस्तकला व हथकरघा (Handicrafts and Handlooms of Madhya Pradesh)

• ग्रंथालय के साथ ‘रंगों की संरचना’ तथा ‘संगीत और नृत्य में नवाचार’ प्रकाशन सम्मेलन में संपादक के रूप में काम किया

• ग्रंथालय के साथ ‘सामाजिक मुद्दे और पर्यावरण समस्याएँ’ प्रकाशन सम्मेलन में संपादक के रूप में कार्य करना (शोध पत्र: पेंट प्रदूषण पर्यावरण पर हानिकारक प्रभाव)

• ‘पेंटिंग और इसके अंतःविषय संबंध’ सम्मेलन में संपादक के रूप में कार्य, ग्रंथालय के साथ प्रकाशन (शोध पत्र: पेंटिंग युग और भावना: एक औपचारिक निरीक्षण)

प्रकाशन - शोध लेख

• पोरवाल, टी. (2020)- कोरोना के बाद प्रकृति और कला, नई संभावनाएं और भविष्य की क्षमता शोधकोश: जर्नल ऑफ विजुअल एंड परफॉर्मिंग आर्ट्स

• पोरवाल, टी. (2014)- अमूर्त अभिव्यक्तिवाद से लेकर अतिसूक्ष्मवाद तक का इरोनिक एक्सप्लोरेशन- इंटरनेशनल जर्नल ऑफ रिसर्च

• पोरवाल, टी. (2015). पेंट प्रदूषण का पर्यावरण पर हानिकारक प्रभाव- इंटरनेशनल जर्नल ऑफ रिसर्च –ग्रंथालय

• के. श्रीवास्तव और पोरवाल, टी. (2018)- सुरेखा सदाना की आध्यात्मिक दुनिया और रंगों का जादुई सम्मोहन-इंटरनेशनल जर्नल ऑफ रिसर्च

• पोरवाल, टी. (2018)- भारतीय समकालीन कला और भारतीय मीडिया बाजार का विश्लेषण: भविष्य की संभावनाएं-इंटरनेशनल जर्नल ऑफ रिसर्च –ग्रंथालय

• पोरवाल, टी. (2019)- पेंटिंग युग और भावना: एक औपचारिक निरीक्षण-इंटरनेशनल जर्नल ऑफ रिसर्च –ग्रंथालय

• पोरवाल, टी. (2014) - चित्रकला की भाषा: रंग, रेखा और रूप-इंटरनेशनल जर्नल ऑफ रिसर्च – ग्रंथालय

• यूजीसी प्रायोजित राष्ट्रीय स्तर की संगोष्ठी ‘रंगों की संरचना’ इंदौर में प्रस्तुत शोध पत्र: चित्रकला की भाषा: रंग, रेखा एवं रूप

 

विदेश यात्रा : जर्मनी (यहाँ पांच वर्ष तक रहीं), इटली तथा यूरोप के देशों की सांस्कृतिक यात्रा

 

रुचियां : पढ़ना, पाककला