जन्म दिनांक : 25 सितम्बर, जन्म स्थान : जबलपुर
माता : श्रीमती धनश्री रोडे, पिता : श्री अनंत रोडे
शिक्षा : बी.ई (इलेक्ट्रॉनिक्स और इंस्ट्रूमेंटेशन-एसएटीआई विदिशा), पीजी डिप्लोमा (फिल्म निर्देशन- मुंबई यूनिवर्सिटी)
व्यवसाय : फिल्म राइटर, डायरेक्टर और प्रोड्यूसर. संस्थापक – ‘कथार्सिस फिल्म्स’ फिल्म प्रोडक्शन हाउस
करियर यात्रा-जीवन यात्रा : बचपन से ही पढ़ाई से कहीं ज़्यादा उन्हें कहानियां गढ़ना पसंद था. उनके जीवन में महत्वपूर्ण मोड़ तब आया जब उनके पिताजी उन्हें ‘जुरासिक पार्क’ दिखाने ले गये . यहीं से उन्होंने काल्पनिक पात्रों को गढ़ना सीखा. 12वीं तक की पढ़ाई छिंदवाड़ा से करने के बाद विदिशा से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. उस दौरान उन्होंने बाल कहानियों पर काम करने का मन बनाया और पढ़ाई पूरी होने के बाद वे मुंबई पहुंच गई. यहाँ उन्होंने फिल्म निर्देशन में पीजी डिप्लोमा किया और बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम करने लगी। वॉल्ट डिज़्नी, हयाओ मियाज़ाकी और गिलर्मो डेल टोरो जैसे प्रसिद्ध फ़िल्म निर्माताओं से प्रेरित होकर वर्ष 2020 में एक प्रोडक्शन हाउस कथार्सिस फ़िल्म्स' की स्थापना की. बतौर लेखक, निर्देशक और निर्माता पहली फिल्म 'बाइसिकल डेज़', है. एक दशक से अधिक समय से हिंदी फिल्म उद्योग में कार्यरत देवयानी को फिल्मों और विज्ञापनों के निर्देशन, निर्माण कार्य का लंबा अनुभव है. वर्तमान में 'सुरभि' नामक एक एनिमेटेड फीचर के प्री-प्रोडक्शन के अलावा एक फंतासी फिल्म 'सुदर्शन' (भारतीय इतिहास और पौराणिक कथाओं पर आधारित) के कार्य में व्यस्त हैं.
उपलब्धियां
• लेखक, निर्देशक और निर्माता -फिल्म बाइसिकल डेज़
• सत्याग्रह, रेस 2, लक्ष्मी जैसी ब्लॉकबस्टर फ़िल्में और कई स्वतंत्र सिनेमा उपक्रमों में निर्देशक दल के सदस्य के रूप में योगदान
पुरस्कार
• बेस्ट मोटिवेशनल फिल्म अवार्ड -अयोध्या फ़िल्म फेस्टिवल (नवंबर 2022)
• कोलकाता इंटरनेशनल कल्ट फ़िल्म फेस्टिवल (CICFFC) में विजेता
• चीन्ह इंडिया किड्स फ़िल्म फेस्टिवल 2022 में फाइनलिस्ट
• बेस्ट विमेन स्टोरीटेलर - ग्लोबल इंडियन फ़िल्म फेस्टिवल 2022
• सिनेमा किंग इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल के लिए चयनित 2022
• बेस्ट फिल्म अवार्ड- विंध्य इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल मध्य प्रदेश 2023
• सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म (बाइसिकल डेज़) - इंटरनेशनल किड्स फ़िल्म फेस्टिवल 202
रुचियाँ : बागवानी, उपन्यास पढ़ना
अन्य जानकारी : उनके पास 20 वर्ष तक के लिए कहानियों का संग्रह है. भविष्य में फिल्म निर्माण के लिए उन्हें लेखन की जरूरत नहीं पड़ेगी.