जन्म दिनांक: 9 जून, जन्म स्थान: दिल्ली.
माता: स्व. श्रीमती शकुन्तला गोयल, पिता: स्व. श्री एम.एल. गोयल.
जीवन साथी: संजीव सक्सेना. संतान: पुत्री -02, पुत्र- 01.
शिक्षा: बी.आर्क. (आर्किटेक्चर), पी.एच.डी.
व्यवसाय: प्रोफेसर, विभागाध्यक्ष (ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट) मैनिट.
करियर यात्रा: 1992 में बी.ऑर्क (आर्किटेक्चर) और 1994 में स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर, नई दिल्ली से एमयूपी (अर्बन प्लानिंग- गोल्ड मेडल के साथ) की डिग्री हासिल की. 1998 में मौलाना आजाद कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी भोपाल में आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग विभाग में व्याख्याता के रूप में कार्य करना प्रारम्भ किया. 2002 में “रिमोट सेंसिंग और जीआईएस प्रौद्योगिकी का वास्तुकला में उपयोग” विषय पर पी.एच.डी. की उपाधि प्राप्त की.
उपलब्धियां/सम्मान
बारहवीं से लेकर इंजीनियरिंग तक की शिक्षा प्राप्त करने के लिए इन्हें 1987-92 में इंडियन एयरफोर्स बेनिवॉलेंट स्कॉलरशिप और रक्षा मंत्रालय द्वारा 1985-87 में मैरिट कम स्कॉलरशिप प्रदान की गई. रिमोट सेंसिंग एवं प्लानिंग एवं आर्किटेक्चर में (जीआईएस रिमोट सेंसिंग एवं जीपीएस का उपयोग करने के विषय पर) पीएचडी करने वाली भारत की पहली महिला होने का गौरव. 2006 में इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एयरोस्पेस सर्वे एंड अर्थ साइंसेज (आईटीसी), एनस्किडे-नीदरलैंड से एडवांस रिमोट सेंसिंग और जीआईएस में विशेषज्ञता हासिल की. 21 वर्षों से अधिक का अकादमिक अनुभव, 14 अनुसंधान परियोजना और विभिन्न परामर्श परियोजनाओं का सफलतापूर्वक संचालन.
सम्मान
• फेडरेशन ऑफ क्वालिटी एजूकेशन काउंसिल, नई दिल्ली तथा उसके सहयोगी संस्थानों द्वारा एक्सीलेंस इन एजूकेशन एंड लीडरशिप के लिए “गोल्डन ऐम अवार्ड”, रिमोट सेंसिंग टेक्नालॉजी के क्षेत्र में रिसर्च के लिए विभिन्न राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त.
विदेश यात्रा: यूएसए, दक्षिण अफ्रीका, स्पेन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, फ्रांस, सिंगापुर, दुबई, इजिप्ट आदि. रुचियां: ट्रेवलिंग, रीडिंग, हिन्दू शास्त्र. अन्य जानकारी: विभिन्न तकनीकी समितियों की आजीवन सदस्य हैं. लगभग 70 शोध पत्र प्रकाशित. इनके मार्गदर्शन में मेधावी छात्रों द्वारा 7 पीएचडी थीसिस और 20 एमटेक थीसिस की गई हैं. जीआईएस और स्थानिक डाटा पर एक पाठ्यपुस्तक का लेखन (प्रकाशन 2008). इनके दिशा-निर्देशन में विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों और सम्मेलनों का आयोजन और शैक्षिक फिल्में तैयार की गईं.