जन्म दिनांक: 15 मई, जन्म स्थान: वाराणसी.
माता: श्रीमती प्रभा फड़के, पिता: स्व, श्री बालकृष्ण विश्वनाथ फड़के.
जीवन साथी: श्री दीपक परांजपे. सन्तान: पुत्र -02.
शिक्षा: एम.ए. (संगीत, रानी दुलैया विवि, जबलपुर) संगीत प्रभाकर- सितार, कथक और गायन (प्रयाग संगीत समिति इलाहाबाद). पीएचडी: ‘उत्तर भारतीय शास्त्रीय संगीत में भाव-सौन्दर्य एवं रस तत्वों का विवेचन’ (घरानों के विशेष सन्दर्भ में-रीवा वि.वि.).
व्यवसाय: संस्थापक/निदेशक-नादस्वर फाउंडेशन/शास्त्रीय गायन.
करियर यात्रा: महाराष्ट्र संगीत महाविद्यालय, जबलपुर में वर्ष 2012 से 2018 तक कार्य किया. शास्त्रीय गायिका.
उपलब्धियां/सम्मान
• बेस्ट सिंगर इन शताब्दी महोत्सव-वाराणसी,
• संत ज्ञानेश्वर आत्मोत्थान केन्द्र लखनऊ द्वारा मेलोडिअस सिंगर मधुर गायक पुरस्कार
• कला संगम पुरस्कार-मुंबई
• संगीत गौरव सम्मान
• बृजभूमि फाउंडेशन द्वारा नारी शक्ति को प्रणाम अवार्ड सहित भारत के विभिन्न स्थानों पर आयोजित संगीत प्रतियोगिताओं में अनेक पुरस्कार प्राप्त.
मंचीय प्रदर्शन
• साउथ सेन्ट्रल यूथ फेस्टिवल-भिलाई, वसंतराव देशपांडे स्मृति समारोह-नागपुर, महाराष्ट्र समाज- लखनऊ, नूतन बालक शताब्दी समारोह-वाराणसी, राम जन्म महोत्सव समारोह-अयोध्या, मल्हार महोत्सव-जबलपुर, उत्तरप्रदेश संस्कृति अकादमी-इलाहाबाद, म्यूजिक सर्कल- मुंबई, हिडन आइडल, जूरिच- स्विट्जरलैंड, विश्व योग संगीत दिवस-ग्वालियर, राष्ट्रीय संगीत एवं कला समागम, 2018, बेहट, ग्वालियर आदि.
भागीदारी
• ज़ी-सा रे गा मा पा मराठी (सीनियर).
अन्य जानकारी: वाराणसी के ऐसे परिवार में जन्मी जो बनारस घराना के नाम से अपनी संगीत परंपरा के लिए प्रसिद्ध था. संगीत की प्रारम्भिक शिक्षा पिता स्व. श्री बालकृष्ण फड़के से तथा विधिवत प्रशिक्षण जबलपुर के वरिष्ठ कलाकार स्व. श्री सुरेश ताम्हणकर से प्राप्त किया. अखिल भारतीय अंतर महाविद्यालयीन प्रतियोगिता (15 वर्षों से), अखिल भारतीय कृषि प्रतियोगिता, रोटरी क्लब, लता मंगेशकर प्रतियोगिता और मास्टर मदन अवार्ड प्रतियोगिता में निर्णायक के तौर पर उपस्थित.