जन्म दिनांक: 28 नवंबर, जन्म स्थान: कटनी.
माता: श्रीमती प्रतिभा गोलछा. पिता: श्री मेघ कुमार गोलछा.
जीवन साथी: श्री पंकज रांका.
शिक्षा: बी.एच.एस सी (होम साइंस) नागपुर यूनिवर्सिटी नागपुर (2005), एम.ए. (ड्राइंग व पेंटिंग), (शा. हमीदिया आर्ट्स एंड कॉमर्स कॉलेज, भोपाल, 2012).
व्यवसाय: प्रोफेशनल आर्टिस्ट, ऑर्गेनाइजर, संस्थापक/निदेशक ‘आर्टरियन इंटरनेशनल, द अल्टीमेट आर्ट हब’ (ऑनलाइन आर्ट गैलरी).
करियर यात्रा: बचपन से ही कला, डिजाइनिंग और अन्य रचनात्मक कार्यों के प्रति रुझान के चलते ड्राइंग व पेंटिंग विषय के साथ एम.ए. किया. वर्ष 2011 में पहली कला प्रदर्शनी वाराणसी में लगी,जहाँ उनकी पेंटिंग को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ. अब तक 40 से अधिक राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय कला प्रदर्शनियों में भाग ले चुकी हैं.
उपलब्धियां
• एकल प्रदर्शनी: त्रिवेणी कला संगम, नई दिल्ली (2019).
• समूह प्रदर्शनियां (अंतरराष्ट्रीय) –अंतर्राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी, चेन्नई (2014), अंतर्राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी-ज्ञानोदय -2 भगवान बुद्ध, हनोई, वियतनाम (2014), खजुराहो अंतर्राष्ट्रीय कला मार्ट/नृत्य महोत्सव (2016), खजुराहो, ‘जयपुर आर्ट समिट’, जयपुर (2016), अंतर्राष्ट्रीय खजुराहो कला मार्ट, खजुराहो (2017), 9वां अंतर्राष्ट्रीय कला महोत्सव, बैंकॉक, थाईलैंड (2017), 7वाँ अंतर्राष्ट्रीय बुरूलस संगोष्ठी, मिस्र (2020), इंटरनेशनल आर्ट मार्ट, खजुराहो 2021.
• प्रदर्शनियां (राष्ट्रीय) - राजा रवि वर्मा कला वीथिका, भोपाल (2011-2012), वीमेन्स विज़न समूह प्रदर्शनी, ग्रीनमार्क आर्ट गैलरी, गाजियाबाद (2013), ‘रंग संवाद’ स्वराज भवन, भोपाल (2013), ‘अर्थ’ ग्रुप एग्जीबिशन अहमदाबाद (2014), ‘सिम्फनी’ देवलालीकर आर्ट गैलरी, इंदौर (2014), ‘ज़ेनेसिस’, लोकायत आर्ट गैलरी, नई दिल्ली (2014), ‘आर्ट फॉर राइट टू एजुकेशन’ आईआईसी आर्ट गैलरी एनेक्सी, नई दिल्ली (2015), ‘अनन्त ज्ञानोदय’ हैदराबाद (2015), ‘108 कला विनायक’, व्हाइट सैंक्चुम आर्ट गैलरी, बेंगलुरु (2015), ‘ऑल इंडिया एग्जीबिशन ऑफ़ आर्ट '2016’, विरसा विहार सोसाइटी, अमृतसर (2016), गोवा आर्ट फेयर (2017), ‘क्रिएटिव स्पार्क्स’ नेहरू कला केंद्र, मुंबई (2018), ‘ऑन लाइन एग्जीबिशन 2020’- बंगिया कला केंद्र (2020), आर्ट वर्ल्ड आर्ट फेयर द्वारा वर्चुअल 3-d आर्ट एग्जीबिशन ‘न्यू इअर 2021 आर्ट शो’ (2021).
• संग्रह: तरुण शंकर कंदस्वामी, सैन्य अधिकारी, चेन्नई, राजकुमार बडोले- समाज कल्याण मंत्री महाराष्ट्र, हमीदिया आर्ट्स एंड कॉमर्स कॉलेज, भोपाल, आर्ट स्केप, बैंकॉक, थाईलैंड, वेनेरेबल मास्टर थिचनहह्ट्टू डी.फ़िल वियतनाम आदि स्थानों पर कलाकृतियां संग्रहीत.
सम्मान
• जैन सोशल ग्रुप, कटनी द्वारा चित्रकला में प्रथम पुरस्कार से सम्मानित (2009-10)
• अखिल भारतीय व्यास महोत्सव, बनारस (वाराणसी) द्वारा चित्रकला में तीसरा पुरस्कार (2011)
• परसेप्शन सोसाइटी फ़ॉर सोशल वेलफ़ेयर, भोपाल द्वारा द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित (2012)
• एनडीएमसी, नई दिल्ली द्वारा ‘दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, 2013’ में ‘अनुशंसित कार्य’ के लिए सम्मानित (2013)
• सुप्रिया कला निलयम, ओंगोल, आंध्र प्रदेश द्वारा ‘5वीं अखिल भारतीय कला प्रदर्शनी, 2014, में चतुर्थ पुरस्कार
• प्रफुल्ल दहानुकर आर्ट फाउंडेशन, मुंबई द्वारा कलानंद -2016-2017 में ‘कटनी सिटी वीमन आर्टिस्ट अवार्ड’.
विदेश यात्रा: बैंकॉक, थाईलैंड (सांस्कृतिक यात्रा).
रुचियां: फिल्म देखना, गाने सुनना, सिंगिंग, आर्ट एंड क्राफ्ट, ड्राइंग, पेंटिंग.
अन्य जानकारी: नई तकनीकों और नई शैली के साथ नए शेड पर काम करती हैं. इनकी सभी पेंटिंग्स अलग-अलग शेड्स, तकनीक और थीम पर आधारित हैं. इन्होंने अधिकांशत: 'मेडिटेटिंग बुद्ध' पर काम किया है.