जन्म दिनांक: 28 सितम्बर, जन्म स्थान: इंदौर.
माता: श्रीमती राजेश्वरी दीक्षित (गुरु), पिता: स्व. पं. सुधाकर दीक्षित (प्रथम गुरु).
जीवन साथी: श्री आशुतोष निमगाँवकर. सन्तान: पुत्र -01, पुत्री-01.
शिक्षा: एम.ए. संगीत (गायन), पी.एचडी. (विषय- ‘पं. गणपत राव गवई द्वारा संकलित बंदिशों का समीक्षात्मक अध्ययन’)
व्यवसाय: शास्त्रीय गायिका (ग्वालियर, जयपुर, अतरौली घराना) भारतीय शास्त्रीय संगीत (ग्वालियर, जयपुर अतरौली घराना), प्रशिक्षक - घरानेदार तालीम संगीत, अतिथि विद्वान (संगीत गायन).
करियर यात्रा: विगत 35 वर्षों से भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में कार्यरत, विभिन्न महाविद्यालयों में अतिथि विद्वान के रूप में सेवाएं जारी.
उपलब्धियां/सम्मान
• महाविद्यालयीन सत्रों में राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार प्राप्त
• एंपेनल्ड कलाकार – आईसीसीआर, नई दिल्ली
• वर्ष 1992 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा के समक्ष राष्ट्रपति भवन दिल्ली में भक्ति संगीत कार्यक्रम की प्रस्तुति
• कल्चरल यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम टोक्यो (जापान) में आयोजित कार्यक्रम के लिए भारत सरकार द्वारा देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए नाम चयनित
• ज़ीटीवी के सारेगामा में गायन प्रस्तुति.
• स्वर्ण पदक (एम.ए.)
• आकाशवाणी ए ग्रेड कलाकार (शास्त्रीय गायन और अर्ध शास्त्रीय संगीत)
सम्मान
• संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार नई दिल्ली कार्यकारी समिति द्वारा द्वारा ‘सांस्कृतिक सम्मान’ (2021)
• ‘निर्मला पाठक सम्मान’ (2019), रश इंटरटेनमेंट द्वारा शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में योगदान हेतु सम्मानित
प्रकाशन
• स्वरार्पण’ (संगीत पर आधारित पुस्तक)
मंचीय प्रदर्शन
• अमीर खां संगीत समारोह- इंदौर
• कालीदास समारोह- उज्जैन
• मीरा उत्सव एवं तुलसी पर्व- भारत भवन भोपाल (तुलसी पर्व एवं मीरा समारोह 2015)
• श्रावम महोत्सव (2016)
• अलाउद्दीन खां संगीत समारोह-मैहर
• तानसेन संगीत समारोह- ग्वालियर (2017)
• एसएनडीटी विवि-पुणे-(2017-18)
• ताजमहल टी हाउस-मुंबई
• ज़ोरबा द बुद्ध ऑर्गेनाइजेशन-नई दिल्ली
• इंडिया इंटरनेशनल सेंटर- नई दिल्ली का ग्रीष्मकालीन महोत्सव
• आईसीसीआर- भोपाल एवं दिल्ली
• पंचम निषाद संस्थान के लिए स्वर प्रवाह (2022)
• गुनरस पिया संगीत समारोह (2023)
• उस्ताद अलाउद्दीन संगीत एवं कला अकादमी के लिए नाना पानसे स्मृति समारोह, बकायन, दमोह (2023)
• 100वां तानसेन समारोह, बड़ौदा (2024) आदि.
• संगीत निर्देशन एवं गायन – ‘स्त्री शिल्पी’ संगीत नाटिका, रामचरित मानस पर आधारित ‘तुलसीकृत रामायण’ (लेखन भी).
विदेश यात्रा: अमेरिका, जर्मनी तथा सिंगापुर.
रुचियां: खेल, क्रिकेट, लॉन टेनिस, फुटबॉल, युवाओं की प्रतिभाओं को परखकर उन्हें मार्गदर्शन देना.
अन्य जानकारी: दादाजी स्व. पं. दत्तात्रेय बलवंत दीक्षित धार रियासत में दरबार गायक थे. गुरु एवं पिता स्व. पं. सुधाकर दीक्षित उस्ताद आमिर खां के शिष्य एवं इंदौर घराने के ख्यात गायक थे. माता एवं गुरु श्रीमती राजेश्वरी दीक्षित भी गायिका हैं. 6 वर्ष की उम्र से संगीत की निरंतर तालीम, 9 वर्ष की उम्र से मंचीय प्रस्तुतियां जारी. राष्ट्रीय स्तर पर अनेक कार्यक्रमों में प्रदेश का प्रतिनिधित्व. रीवा में आयोजित संगीत के राष्ट्रीय सेमिनार में मुख्य वक्ता एवं प्रशिक्षक के रूप में आमंत्रित. संपूर्ण भारत सहित विदेशों में ऑनलाइन के माध्यम से विद्यार्थियों को संगीत प्रशिक्षण. उपाध्यक्ष -अभिनव कला समाज, इंदौर.