जन्म दिनांक: 23 जुलाई, जन्म स्थान: सागर. म.प्र.
माता: श्रीमती रामदुलारी, पिता: श्री शिवराम असंगे.
जीवन साथी: श्री प्रकाश काशिव. संतान: पुत्र -02.
शिक्षा: एम.ए. (हिन्दी साहित्य). व्यवसाय: स्वतंत्र लेखन, कवयित्री.
उपलब्धियां/सम्मान
प्रकाशन
• दो कविता संग्रह- 1.शून्य को खींचकर 2. वक्त के सांचे में
• एक गज़ल संग्रह-ये समन्दर है
,• एक गीतिका संग्रह-सुधा की गीतिकाएं
• एक दोहा संग्रह-सुधा के बहुरंगी दोहे
• राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित
• आकाशवाणी एवं दूरदर्शन से काव्य-पाठ
• अनेक गायन (सुगम संगीत) स्पर्धाओं में लगातार प्रथम/द्वितीय पुरस्कार प्राप्त
• अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर लगातार 51 गानों की संगीतमय प्रस्तुति.
सम्मान
• महाराष्ट्र की सर्वप्रमुख हिंदी सेवा संस्था विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन (नागपुर) द्वारा हिंदी साहित्य में विशेष योगदान के लिए ‘हिंदी सृजन सम्मान’ (2006)
• जे.सी.आई. नागपुर प्राइड द्वारा ‘विदर्भ विमेंस प्राइड अवार्ड’ (2011)
• ‘अभिनंदन सम्मान’ (2012)
•‘महिला गौरव सम्मान’ (2014)
• भारतेन्दु समिति कोटा द्वारा ‘साहित्यश्री अलंकरण (2015)
• ‘स्वयंसिद्धा सम्मान’ (2018)
• ‘कुसुम श्रीवास्तव स्मृति सम्मान’ (2019)
• ‘दैनिक भास्कर वुमन अवार्ड’ (2019) सहित दो दर्जन से अधिक सम्मान और पुरस्कार प्राप्त
• महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी द्वारा 'संत नामदेव पुरस्कार' (काव्य विधा) 2020 - 21
• अखिल भारतीय अभ्युदय बहुउद्देशीय संस्था, वर्धा एवं मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय नई दिल्ली द्वारा 'हिन्दी सेवा प्रचारक सम्मान' 2021
• राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना मध्य प्रदेश ईकाई भोपाल द्वारा 'अटलश्री काव्य सम्मान' 2021
• राष्ट्रीय चेतना एवं हिन्दी साहित्य के उन्नयन में अग्रणी संस्था शैलेश साहित्य कुंज द्वारा 'साहित्य साधना सम्मान' तथा 'डॉ हनुमंत नायडू ग़ज़ल सम्राट स्मृति पुरस्कार' 2022
• राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय नागपुर द्वारा हिन्दी के उन्नयन में योगदान हेतु -'सम्मान पत्र'
• सहारा शिक्षण संस्था नागपुर अंतर्गत रचनाकार अकादमी, नागपुर द्वारा 'राजीव गांधी नेशनल अवॉर्ड' 2023
रुचियां: लेखन, संगीत, गायन और श्रेष्ठ साहित्य पठन, कलात्मकता की ओर विशेष रुझान, विभिन्न प्रतियोगिताओं में सहभागिता, पाक कला आदि.
अन्य जानकारी: कवि सम्मेलनों, गीत गायन (सुगम संगीत), सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सक्रिय, स्त्री चेतना एवं जनकल्याण के कार्यों में समाजसेवा को तत्पर. साहित्य की लगभग सभी विधाओं में स्वतंत्र लेखन.