जन्म दिनांक : 3 मई
जन्म स्थान: इंदौर.
माता: श्रीमती ब्रजबाला गुप्ता, पिता: श्री मुरलीधर.
जीवन साथी: श्री पवन मकवाना. संतान: पुत्री -01.
शिक्षा: बी.कॉम., बी.जे.एम.सी., एम.ए.एम.सी., एम.फिल., नेट क्वालिफाइड, पी.एचडी. (‘संचार अनिवार्यता में माध्यम की भूमिका’), एम.ए. (हिन्दी), एम.एस.डब्ल्यू.
व्यवसाय: विभागाध्यक्ष एवं प्रोफेसर (पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग) (रेनेसां) Renaissance University इंदौर, संस्थापक-अध्यक्ष 'दिव्योत्थान' (एजुकेशन एंड सोशल वेलफेयर सोसायटी).
करियर यात्रा: 22 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत दीपमाला ने वर्ष 2003 से पत्रकारिता की शुरुआत की. उन्होंने अग्निबाण, राज एक्सप्रेस, फ्री प्रेस, 6 पी.एम., दैनिक भास्कर आदि प्रतिष्ठित संस्थानों में कार्य किया साथ ही वर्ष 2005 से अध्यापन कार्य भी जारी रहा. उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ माय कम्युनिकेशंस (आईएमसी) में बतौर पब्लिक रिलेशन ऑफिसर और लेक्चरर तथा इंदौर आकाशवाणी में लगातार 8 वर्षों तक कार्य किया. वर्तमान में शिक्षा जगत में सेवाएं देने के साथ ही एसआर प्राइवेट चैनल में एंकर तथा राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच की प्रधान संपादक कार्य कर रही हैं. शारीरिक अक्षमता के बावजूद दीपमाला ने पत्रकारिता, शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है. वर्ष 2017 में दिव्योत्थान (एजुकेशन एंड सोशल वेलफेयर सोसायटी). की स्थापना की. वे समाज में दिव्यांगता के प्रति बने समीकरणों को तोड़ कुछ अलग करना चाहती हैं और इसी दिशा में अपने एनजीओ के माध्यम से पिछले 15 वर्षों से दिव्यांगों की सेवा में कार्यरत हैं.
उपलब्धियां/पुरस्कार:
प्रकाशन-
• कम्युनिकेशन कम्पल्शन
• मीडिया रिसर्च.
• 10 राष्ट्रीय तथा 3 अंतर्राष्ट्रीय शोध प्रकाशित.
सम्मान-
• ब्रिलिएंट कोचिंग क्लासेस द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में सम्मान 2019
• दादू महाराज संस्थान द्वारा शिक्षा एवं समाज सेवा के लिए पुरस्कार 2020
• नेशनल अवगत अवार्ड 2022
• मीडिया एजुकेशन अवार्ड
विभिन्न विषयों पर 9 विद्यार्थियों ने डॉ. दीपमाला जी के मार्गदर्शन में पीएचडी की है. करीब 110 कॉन्फ्रेंस, ऑफलाइन और ऑनलाइन राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार, वर्कशॉप में उन्होंने भागीदारी की है.
रुचियां: विद्यार्थियों को अध्ययन कराना, हिन्दी भाषा के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करना, दिव्यांगों के लिए करियर काउंसलिंग और ट्रेनिंग देने का कार्य करना, किताबें पढ़ना, कविताएं लिखना, ध्यान, संगीत, सामाजिक कार्य, यात्रा करना.
अन्य जानकारी:
विकलांगजनों तक सरकारी योजनाओं की जानकारी पहुँचा कर उन्हें उसका लाभ दिलाना तथा उन्हें मुख्य धारा में शामिल करना दीपमाला जी का मुख्य उद्देश्य है. ‘राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच’ इंदौर की स्थापना कर वे हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने की दिशा में कार्य कर रही हैं.
इंदौर प्रेस क्लब, इंदौर लेखिका संघ, भारतीय ग्रामीण महिला संघ, भारतीय युवा विकलांग मंच, पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ़ इंडिया-भोपाल तथा रिसर्च फाउंडेशन ऑफ इंडिया की आजीवन सदस्य भी हैं.