जन्म दिनांक : 1 दिसम्बर 1980, जन्म स्थान: भोपाल.
माता: श्रीमती विजया पागे, पिता: डॉ. सुभाष पागे.
जीवन साथी: श्री राजेन्द्र राहुरीकर. संतान: पुत्री -01.
शिक्षा: एम.एस.सी. शासकीय सरोजनी नायडू कन्या उच्चतर महाविद्यालय, शासकीय हमीदिया कॉलेज से फाइन आर्ट्स में एम.ए. तथा डी.सी.एच. इंदिरा गाँधी ओपन यूनिवर्सिटी से किया.
व्यवसाय: स्वतंत्र लेखन.
करियर यात्रा: करीब 11 वर्ष पहले एक राष्ट्रीय पत्रिका में पहली कहानी प्रकाशित. तब से अब तक सौ से अधिक कहानियों तथा 300 के लगभग विविध रचनाओं का विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशन हो चुका है. कहानियों का अंग्रेजी सहित 10 -12 भारतीय भाषाओँ में अनुवाद.
उपलब्धियां/सम्मान
प्रकाशन
• दो बाल कहानी संग्रह (‘घर आंगन’ तथा ‘पुस्तक मित्र’),
• दो कविता संग्रह (‘ऊँचे दरख्तों की छाँव में’ तथा ‘रोशनी का पेड़’)
• दो उपन्यास ( ‘कर्म चक्र’ तथा ‘एक जिंदगी दो चाहतें’ हिंदी तथा अंग्रेजी दोनों भाषाओं में)
• एक कहानी संग्रह ( ‘पराई जमीन पर उगे पेड़’) प्रकाशित.
सम्मान
• राष्ट्र भाषा गौरव
• साहित्य श्री
• साहित्य शिरोमणि
• साहित्य वाचस्पति
• मध्यप्रदेश भूषण
• ब्रह्मदत्त तिवारी स्मृति पुरस्कार
• डॉ. उमा गौतम तथा श्रीमती लक्ष्मी देवी स्मृति बाल साहित्यकार पुरस्कार
• शब्द निष्ठा लघुकथा सम्मान
• सतीश मेहता महिला लेखन पुरस्कार
• पंडित हरप्रसाद पाठक स्मृति पुरस्कार
• कन्हैयालाल नंदन स्मृति बाल साहित्यकार सम्मान
• अखिल भारतीय शकुंतला कपूर स्मृति पुरस्कार
• अखिल भारतीय शब्द निष्ठा सम्मान
• यू.के. यू.एस.ए. स्थित रिकॉर्ड होल्डर रिपब्लिक संस्था द्वारा हिन्दी लेखन के क्षेत्र में किये गए उल्लेखनीय योगदान हेतु एक्सीलेंस सर्टिफिकेट
• भारतीय सेना पर लिखे गए उपन्यास हेतु अंतर्राष्ट्रीय संस्था द्वारा एक्सीलेंस सर्टिफिकेट
• कहानी ‘पाप’ तथा ‘फ़ौजी की पत्नी’ को पायोनियर बुक कम्पनी का सर्वश्रेष्ठ कहानी पुरस्कार
• कहानी ‘पराई जमीन पर उगे पेड़’ तथा ‘तुम्हारी मंजूषा’ भी पुरस्कृत
• विभिन्न साहित्यिक संस्थानों से लगभग बीस से अधिक सम्मान व पुरस्कार प्राप्त.
विदेश यात्रा: अंतर्राष्ट्रीय विश्व मैत्री मंच के साथ दुबई की साहित्यिक यात्रा तथा समारोह के उद्घाटन सत्र का संचालन
रुचियां: स्केचिंग, पेंटिंग, पोर्ट्रेट, ड्रॉइंग, पढ़ना, बागवानी.
अन्य जानकारी: राष्ट्रीय तथा अंर्तराष्ट्रीय मंच का संचालन. आकाशवाणी, दूरदर्शन, ऑस्ट्रेलियन रेडियो बोल हरियाणा पर रचनाओं का प्रसारण.