जन्म दिनांक : 28 सितम्बर 1971, जन्म स्थान: इंदौर
माता: श्रीमती अनुसूइया शर्मा, पिता: डॉ. आर.आर. शर्मा.
जीवन साथी: श्री अनिल शर्मा, संतान: पुत्र- पुत्री- 3
शिक्षा: डी.एच.एम.एस.
व्यवसाय: चिकित्सक व पूर्व परियोजना प्रमुख, सचिव - क्षितिज वेलफेयर फाउंडेशन, सामाजिक कार्यकर्ता.
करियर यात्रा: होम्योपैथी चिकित्सक एवं विभिन्न राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ परियोजना प्रमुख व अन्य प्रशासनिक पदों पर 28 वर्षों तक कार्य करते हुए समाज सेवा का अनुभव प्राप्त किया. डॉ. अंजली देश के वृद्धों के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण योजनाओं पर कार्य कर रही हैं. वर्ष 2016 में स्वयंसेवी संस्था ‘क्षितिज वेलफेयर फाउंडेशन’ की स्थापना की. वर्तमान में फाउंडेशन के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर वरिष्ठ नागरिकों के हितार्थ कार्यरत.
उपलब्धियां :
• भारत के सर्वश्रेष्ठ 18 वृद्धाश्रमों का एक समूह बनाकर वृद्धों की समस्याओं को लेकर उनके निदान के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अभियान की शुरुआत.
• उनके प्रयासों से देश के विभिन्न राज्यों के 18 ओल्ड ऐज होम वृद्धजन हितार्थ अपनी उत्कृष्ट सेवायें निशुल्क प्रदान कर रहे हैं साथ ही कई प्रतिष्ठित स्वयंसेवी संस्थाएं (जो पीड़ित जनमानस सेवार्थ समर्पित हैं) उनकी सहयोगी हैं.
• डॉ. अंजली एक डे केयर सेंटर शीघ्र स्थापित करने जा रही हैं, जहां स्थानीय प्रशासन की मदद से वरिष्ठ नागरिकों और उनके परिजनों की काउंसलिंग कर उनके बीच सामंजस्य स्थापित करने का प्रयास किया जाएगा.
रुचियाँ: लेखन, पठन पाठन
अन्य जानकारी: सीडा, डीएफआईएचडीआर, डॉ. रेड्डीज़ फाउंडेशन, सेव द चिल्ड्रन आदि संगठनों के साथ काम करने का अनुभव. आश्रम में रहने वाले बुजुर्गों के संरक्षण बिंदुओं पर योजना नियम व प्रक्रिया का प्रारूप तैयार कर दस्तावेजीकरण पर संगोष्ठी एवं कार्यशाला का आयोजन कर वृद्धों के हितार्थ परिचर्चा करना. वृद्धाश्रमों के संचालकों को नवीन जानकारियां उपलब्ध करवाना, साथ ही प्रबंधन प्रक्रिया की जानकारी देना. वृद्धों के अधिकार संबंधित जागरूकता अभियान चलाना तथा बुजुर्गो के हितार्थ अवसरों की तलाश कर उन्हें समाज कि मुख्य धारा से जोड़ना.
बुजुर्गों के कल्याण के लिए प्रयासरत अंजली जी की कोशिश है कि भारत के सभी वृद्धाश्रमों के बीच समन्वय स्थापित कर विचार-विमर्श किया जाए और वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर अभियान चलाया जाए ताकि वे उम्र के इस मोड़ पर अकेलापन महसूस न करें.
डॉ.अंजली के साथ उनकी माँ (दिल्ली की जानी-मानी वकील), आरती दुबे और क्षितिज संस्था के अन्य सहयोगी भी उनके अभियान में जुड़े हुए हैं.