दिव्या सिंह सुहाग

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दिव्या

दिव्या सिंह सुहाग

divyasinghsuhag@gmail.com

2023-04-08 00:26:09

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जन्म दिनांक: 20 अगस्त 1963, जन्म स्थान: भोपाल. 

 

माता: स्व. चित्रा सिंह, पिता: स्व. बी. एन. सिंह. 

 

जीवन साथी: श्री यू. एस. सुहाग, संतान: पुत्र 02.

 

शिक्षा: कमला नेहरू विद्यालय से मेरिट में तृतीय स्थान के साथ हायर सेकेंडरी उत्तीर्ण करने के बाद फाइन आर्ट्स में एम.ए. किया. फिर दिल्ली से टेक्सटाइल डिजाइन में डिप्लोमा प्राप्त किया.

 

व्यवसाय: स्वतंत्र चित्रकार, कवयित्री और लेखिका. 

 

करियर यात्रा: वर्ष 1995 से 1998 तक विमेन पॉलिटेक्निक साउथ एक्सटेंशन, नई दिल्ली में अध्यापन, फिर वर्ष 1998 से 2000 तक एक इवेंट मैनेजमेंट ग्रुप में बतौर चीफ़ विजुअल आर्टिस्ट काम किया. 2001 से 2012 तक एक आर्ट सेंटर (हॉबी क्लासेस) में कला शिक्षक के रूप में जुड़ी रहीं. वर्ष 2016 से खुद का फेब्रिक पेंटिंग का काम शुरू किया. वर्ष 2020 से वर्तमान में तक्षशिला फाउंडेशन के लिए प्रतिलेखक (transcriptor) के तौर पर काम करने के अलावा लेखन और चित्रकला में स्वतंत्र रूप से कार्यरत.

 

उपलब्धियां:

 

• स्नातक-स्नातकोत्तर में विवि में प्रथम स्थान प्राप्त

 

प्रकाशन -काव्य संग्रह ‘धूप की सीढियाँ’ (2021)

 

सम्मान

 

• काव्य संग्रह ‘धूप की सीढ़ियां’ को श्री वासुदेव प्रसाद खरे स्मृति पुरस्कार प्राप्त 2023 .

 

रुचियां: हिंदी साहित्य पढ़ना, चित्रकला, कुकिंग, गृह सज्जा, शास्त्रीय संगीत  सुनना विद्या राव और कुमार गंधर्व को सुनना बहुत प्रिय है.
 

अन्य जानकारी: माता-पिता का रुझान साहित्य की ओर होने से लेखन के प्रति रुचि बहुत कम उम्र से ही जागृत हुई. सात वर्ष की आयु से कविताएं लिखनी प्रारंभ की. पंद्रह वर्ष की आयु में पहली कविता मप्र साहित्य परिषद की पत्रिका ‘साक्षात्कार’ में प्रकाशित हुई. इसके बाद जनसत्ता और प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में कविताओं का प्रकाशन. इनकी रचनाओं में स्त्री के तमाम भाव मुखरित होते हैं. फेब्रिक पेंटिंग में मुख्य रूप से मांग अनुरूप साड़ी पर ही अधिक काम करती हैं. उनकी यह कला विदेशों में भी सराही जाती है.