जन्म दिनांक : 29 जून जन्म स्थान : खैरागढ़ (राजनांदगांव)
माता : स्व. श्रीमती निभारानी मुखर्जी, पिता: स्व. श्री रामचन्द्र मुखर्जी.
जीवन साथी : श्री राजीव कुमार शुक्ल. संतान: पुत्री- 02
शिक्षा: रविशंकर विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर व बी.एड. की उपाधि प्राप्त की. इसके अलावा कमलादेवी संगीत महाविद्यालय से सुगम संगीत और नृत्य गुरु डॉ. संध्या बैनर्जी से भरतनाट्यम (विभिन्न लोक नृत्य तथा रवीन्द्रनाथ टैगोर रचित गीति नाट्य) का प्रशिक्षण प्राप्त किया.
व्यवसाय : सामाजिक कार्यकर्ता
करियर यात्रा : लगभग 12 वर्ष दिल्ली के आरके पुरम स्थित झुग्गी बस्तियों में रहने वाले 35 बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ संगीत, नृत्य और कला शिक्षा में भी हुनरमंद किया. पिछले डेढ़ साल में मप्र. जबलपुर में बसने के बाद दो बच्चियों की परवरिश की जिम्मेदारी लेने के साथ ही साथ ही ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ पर निरंतर काम कर रही हैं
उपलब्धियां :
• लगातार 12 वर्षों तक जरूरतमंद महिलाओं और बच्चों को निशुल्क शिक्षा दान हेतु भारतीय खाद्य निगम नई दिल्ली, नेशनल बुक ट्रस्ट नई दिल्ली, यूथ हॉस्टल नई दिल्ली और चिल्ड्रन एजुकेशन ट्रस्ट नई दिल्ली द्वारा सम्मानित.
• आकाशवाणी की ‘ए’ ग्रेड’ ड्रामा कलाकार के रूप में भारत के लगभग सभी आकाशवाणी केन्द्रों पर सफल नाट्य प्रस्तुति.
• रीवा तथा अम्बिकापुर में बाल इप्टा का गठन कर विभिन्न नाट्य प्रस्तुतियां. विशेषकर बच्चों के लिए बहुत काम किये. इसके अलावा प्रदूषण जल संरक्षण, वृक्षारोपण, स्वच्छता अभियान के लिए छोटी-छोटी स्वरचित कहानियों और कविताओं के द्वारा नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किए.
• कवि गुरु रवीन्द्रनाथ टैगोर की बंगला गीतिनाट्य ‘चंडालिका’, ‘परिणीता’ तथा ‘ताश का देश’ का हिन्दी अनुवाद कर बच्चों के द्वारा सफल प्रदर्शन।
• अमेरिका प्रवास के बाद लगभग 20 साल दिल्ली में रहते हुए हॉलैंड की एक महिला स्ट्रेरा के साथ लगभग 8 साल दिल्ली स्थित राजस्थान से आए विस्थापित कठपुतली कलाकारों को नृत्य व पठन-पाठन की शिक्षा दी। साथ ही इन कलाकारों को हॉलैंड में नृत्य प्रस्तुत करने की पूरी जिम्मेदारी ली।
• 15 महिला सफाई कर्मचारियों को निशुल्क शिक्षा देकर उन्हें अक्षर ज्ञान से परिचय कराया. 12 बच्चों को गोद लेकर उनकी पूरी तरह से परवरिश की सफल जिम्मेदारी ली। आज ये बच्चे जरूरतमंद बच्चों के लिए शिक्षा की अलख जगा रहे हैं.
• रीना जी के सहयोग से झुग्गी झोपड़ी की दो बच्चियों को आकाशवाणी दिल्ली में बच्चों के कार्यक्रम में आर.जे. बनने का अवसर प्राप्त हुआ.
• पति श्री राजीव कुमार शुक्ल के साथ डेपुटेशन में लगभग 2 साल अमेरिका रहीं. वहीं भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय विद्यालय में भारतीय अमेरिकन बच्चों को लोकनृत्य, हिन्दी भाषा तथा हिन्दू पौराणिक कथाओं पर नाट्य रचना तथा उनका सफल प्रदर्शन किया.
विदेश यात्रा : अमेरिका
रुचियां : पढ़ना-लिखना, संगीत
अन्य जानकारी : इप्टा की आजीवन सदस्य हैं. ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ विषय पर एक लघु फिल्म बनाने की योजना है.