जन्म: 21 जून, स्थान: इंदौर.
माता: श्रीमती रेवा द्विवेदी, पिता: श्री रविन्द्र द्विवेदी.
जीवन साथी: स्व. श्री आशीष मिश्र. संतान: पुत्र -01.
शिक्षा: बीएससी. (होलकर साइंस कॉलेज इंदौर), पीजीडीबीएम (सिम्बायोसिस, पुणे).
व्यवसाय: लेखिका एवं कवयित्री.
करियर यात्रा: सरकारी विभागों में कौशल उन्नयन शिविरों में विभिन्न क्राफ्ट्स की मास्टर ट्रेनर, तहसील स्तर पर पारिवारिक सुलह समिति की सदस्य (भरण-पोषण एवं पारिवारिक समझौतों में) एवं सुलह अधिकारी के रूप में लंबे समय तक कार्य किया. वर्तमान में स्वतंत्र लेखन कार्य जारी.
उपलब्धियां/सम्मान:
लुप्त होते जा रहे ढोलक वाले गीतों के साहित्य पर शोध एवं लय सहित संरक्षण कार्य
शब्दाक्षर कोलकाता द्वारा आयोजित 'पांच देश-पांच कवयित्रियां' कार्यक्रम में भारत का प्रतिनिधित्व.
मध्यप्रदेश में 5 हज़ार से अधिक महिलाओं को कौशल उन्नयन शिविरों में प्रशिक्षण
अनेक विभागीय एवं निजी कार्यक्रम/आयोजनों के संचालन का अनुभव.
इंदौर लिटरेचर फेस्टिवल में नीलेश मिसरा जी के स्लो-एप्प के लोकार्पण समारोह का संचालन एवं काव्य पाठ.
देश के प्रतिष्ठित विभिन्न मंचों एवं दूरदर्शन पर कविता पाठ.
प्रकाशन
लोकगीतों पर आधारित पुस्तक लोक-लय (अत्यंत पुरातन 70 भक्ति गीतों का संकलन)
नज़्मों की किताब- 'यादों के पत्ते' प्रकाशित.
संपादन
21 श्रेष्ठ नारीमन की कहानियां (मध्यप्रदेश) डायमण्ड बुक्स दिल्ली
अनेक पत्र-पत्रिकाओं में लेख, कहानी, कविताएं प्रकाशित
सम्मान
• महिला वित्त विकास निगम, मप्र. (2007) एवं सूक्ष्म लघु/मध्यम उद्यम मंत्रालय भारत सरकार, दिल्ली, (2008) द्वारा महिला सशक्तिकरण से संबंधित पुरस्कार
• नेशन बिल्डर अवार्ड (रोटरी क्लब-2017)
• नारी शक्ति को सम्मान (बृजभूमि फाउंडेशन- 2019)
• पर्यावरण संरक्षण सम्मान (अखिल भारतीय सर्व भाषा संस्कृति समन्वय समिति 2020)
• म.प्र. राष्ट्रभाषा प्रचार समिति हिंदी भवन भोपाल द्वारा श्रीमती सुन्दरबाई शंकरलाल तिवारी स्मृति महिला समाज सेवी सम्मान (2020)
• माँ वासन्ती पांडे स्मृति सम्मान (कान्यकुब्ज मंच कानपुर उप्र) 2021
• अटल साहित्य सम्मान (अटल फाउन्डेशन) 2021
• साहित्य साधक सम्मान (आगाज़ ए महफ़िल कनाडा) 2022
• साहित्य गौरव सम्मान (अंतरराष्ट्रीय हिन्दी साहित्य प्रवाह फिलाडेल्फिया) 2023
• साहित्य मण्डल नाथद्वारा द्वारा काव्य कौस्तुभ सम्मान 2024
इसके अलावा अनेक संस्थाओं, विभागों, शिक्षा संस्थाओं और माजिक मंचों से प्रशस्ति-पत्र प्राप्त.
रुचियां: लेखन, गायन, लोक गायन.
अन्य जानकारी:
देश के प्रतिष्ठित कॉलेज से एमबीए करने के बाद कॉरपोरेट जगत में काम करने के बजाय खादी ग्रामोद्योग, लघु उद्योग निगम एवं हस्तशिल्प जैसे विभागों के साथ ट्रेनर के रूप जुड़कर महिलाओं के सशक्तिकरण का काम चुना.
17 सालों से मिट्टी के गणेश बनाने का निशुल्क प्रशिक्षण.
मध्यप्रदेश में 5000 से ज़्यादा महिलाओं को कौशल उन्नयन शिविरों में प्रशिक्षण
सिलाई-कढ़ाई से लेकर करीब 80 तरह के क्राफ्ट तथा भारतीय मांडना कला की विशेषग्य
देश के अग्रणी प्रकाशन डायमण्ड पॉकेट बुक्स की प्रतिष्ठित पत्रिका गृहलक्ष्मी के फेसबुक पेज पर लोकगायन का शो ‘लोक-लय’ हर बुधवार प्रसारित.
सदस्य: 1 बाल संरक्षण समिति, महिला एवं बाल विकास विभाग म.प्र. शासन) 2 आंतरिक परिवाद समिति अशासकीय संस्था प्रतिनिधि महिला एवम् बाल विकास विभाग तथा 3 एथिकल कमेटी शासकीय वेटरनरी कॉलेज महू, 4 अंतरराष्ट्रीय हिंदी समिति न्यूयॉर्क की मनोनीत आजीवन सदस्य 5 हिंदी कल्चरल सेंटर जापान टोक्यो की मनोनीत सदस्य
शिल्पियों के उत्थान के लिए बनाई गई संस्था इंदौर हैंडीक्राफ्ट क्लस्टर क्लब (हथकरघा विभाग म.प्र. शासन) इंदौर की भूतपूर्व अध्यक्ष.