जन्म: 29 दिसंबर. स्थान: जबलपुर.
माता: श्रीमती कामना नायक, पिता: श्री शलभ नायक.
शिक्षा: बी.ए.-ड्राइंग एंड पेंटिंग, एम.ए.- भरतनाट्यम (इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय), डिप्लोमा-कथक, डिप्लोमा भरतनाट्यम.
व्यवसाय: सहायक निदेशक एवं नृत्य शिक्षक ‘नृत्यांजलि कला अकादमी भरतनाट्यम’.
करियर यात्रा: ‘नृत्यांजलि कला अकादमी भरतनाट्यम’ में वर्ष 2017 में नृत्य शिक्षिका. वर्ष 2018 से सहायक निदेशक के रूप में नियुक्त होने के बाद सेवाएं जारी. वर्ष 2019 में केन्द्रीय विद्यालय में नृत्य शिक्षिका के रूप में कार्य किया.
उपलब्धियां/सम्मान
• अखिल भारतीय सांस्कृतिक संघ पुणे द्वारा रजत पदक (भरतनाट्यम एकल श्रेणी में)
• नवरस रत्न वरिष्ठ पुरस्कार- भिलाई
• हीरक पुरस्कार- थाईलैंड
• नाट्य रवानी पुरस्कार- बनारस
• नृत्यमणि सर्वश्रेष्ठ सम्मान (रेवा नृत्य संगम महोत्सव जबलपुर)
• कलाश्री सम्मान (पद्मभूषन कुंजीलाल जी महोत्सव)
• इंटर कॉलेज यूथ फेस्टिवल (एकल प्रस्तुति) प्रथम स्थान
• इंटर डिस्ट्रिक्ट यूथ फेस्टिवल (एकल प्रस्तुति) प्रथम स्थान
• 25वीं इंडिया थिएटर ओलंपियाड अखिल भारतीय नृत्य प्रतियोगिता (कटक, उड़ीसा) में भरतनाट्यम सीनियर कैटेगरी में बेस्ट नेशनल अवॉर्ड (द्वितीय स्थान).
प्रस्तुतियां
• गिरनार महोत्सव (गुजरात) में अतिथि कलाकार के रूप में प्रस्तुति
• दूरदर्शन भोपाल, थाईलैंड में नृत्याधाम द्वारा आयोजित महोत्सव में एकल प्रस्तुति
• प्रथम राष्ट्रीय शास्त्रीय एवं लोक नृत्य महोत्सव-जबलपुर, रेवा नृत्य संगम महोत्सव-जबलपुर, नोहटा महोत्सव, टेगोर यूनिवर्सिटी, भोपाल, यूनिवर्सिटी, ओडिसा, मुंबई, पुणे, भिलाई आदि स्थानों पर सफल प्रस्तुति.
विदेश यात्रा: थाईलैंड.
रुचियां: चित्रकला, गायन, नृत्य संबंधित किताबें पढ़ना.
अन्य जानकारी: भरतनाट्यम की शिक्षा 4 वर्ष की आयु से अपनी माता श्रीमती कामना नायक से प्राप्त की. 10 वर्ष की आयु में श्रीमती स्वाति मोदी तिवारी जी से कथक नृत्य में 6 साल की शिक्षा ग्रहण की. गुरु श्री पार्श्वनाथ उपाध्याय से विधिवत प्रशिक्षण लिया.