ऋतु कौशिक

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श्रीमती

ऋतु कौशिक

kaushikritu35@gmail.com

2024-02-06 10:04:33

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जन्म: 14 जुलाई, स्थान: दिल्ली.

 

माता: श्रीमती कृष्णा शर्मा,  पिता: स्व. सुरेन्द्र कुमार शर्मा.  

 

जीवन साथी: श्री अमित कौशिक. संतान: पुत्र -01, पुत्री 01.

 

शिक्षा: बी.ए. रानी लक्ष्मीबाई कॉलेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी, एम.बी.ए. (मार्केटिंग एंड सिस्टम मैनेजमेंट) सिक्किम-मणिपाल यूनिवर्सिटी, एक वर्षीय डिप्लोमा (योग व नेचरोपैथी) डी.वाई. पाटिल यूनिवर्सिटी-कॉलेज ऑफ़ आयुर्वेदा योगा डिपार्टमेंट, प्री नेटल-पोस्ट नेटल योगा व गर्भसंस्कार-मुंबई, एक वर्षीय सर्टिफिकेट कोर्स, स्पेनिश लैंग्वेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी-डिपार्टमेंट ऑफ लैंग्वेज.

 

व्यवसाय:  योग और प्राकृतिक चिकित्सा, प्राणिक हीलर.

 

करियर यात्रा: वर्ष 2000 में महाराजा अग्रसेन स्कूल पीथमपुर में कम्प्यूटर टीचर के रूप में करियर की शुरुआत. यहां एक वर्ष कार्य करने के बाद वर्ष 2001 से 2009 तक दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लि. में स्टोर असिस्टेंट के रूप में कार्य किया. विवाह के बाद प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति के माध्यम से जन जागरूकता तथा समाज सेवा के कार्य जारी.

 

उपलब्धियां/पुरस्कार: दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लि. में रेलवे रिक्रूटमेंट के माध्यम से पूरे देश में आयोजित परीक्षा में दूसरा स्थान प्राप्त किया. आयुष मंत्रालय के योग सर्टिफिकेशन प्रोग्राम के तहत प्रमाणित अनुभव योग शिक्षक प्रमाण पत्र प्राप्त. अंतर्राष्ट्रीय योग संगठन द्वारा मान्यता प्राप्त और संबद्ध प्रशिक्षित योग मास्टर- इंटरनेशनल प्रीनेटल/पोस्ट नेटल योगा टीचर, इंटरनेशनल योगा ऑर्गनाइजेशन द्वारा IYT योगा ब्रांड क्रिएटर-मुंबई. अनुभूति ग्रुप द्वारा गुरू सम्मान, रुचि एक्टिव एकर्स कोलकाता द्वारा सामाजिक कार्यों के लिए सम्मानित. प्राकृतिक पद्धति में उत्कृष्ट कार्य करने पर अनेक सम्मान तथा पुरस्कार प्राप्त. सदस्य- इंडियन योग एसोसिएशन. 

 

रुचियां: योगा अभ्यास, नृत्य व ट्रैवलिंग, नए-नए लोगों से मिलकर उनकी स्थिति से अवगत होना तथा उन्हें मदद करना, नए-नए कार्य करना.

 

अन्य जानकारी: योग द्वारा आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत का निर्माण करना प्रमुख लक्ष्य, प्राकृतिक उपचार को आगे बढ़ाने के लिए योग अभ्यास के माध्यम से रोग मुक्त भारत अभियान का संचालन. ग्वालियर में विवाह पश्चात नौकरी छोड़ना पड़ी. आसपास बीमार दिखते लोग और पिता व ससुर का कैंसर से देहांत होने के बाद प्राकृतिक चिकित्सा के प्रति रुचि जागृत हुई और डी.वाय.पाटिल यूनिवर्सिटी से फिर से पढ़ना शुरू किया. यहां से योग व नेचरोपैथी में डिप्लोमा लेने के बाद बिना दवाइयों के प्राकृतिक चिकित्सा से कैसे स्वस्थ रहें, इस दिशा में जन जागरूकता कार्य शुरू किया. प्राकृतिक चिकित्सा थेरेपी व योग थेरेपी के माध्यम से कलकत्ता के अनेक परिवारों को ठीक करने में सहयोग किया. कैंट के विभिन्न स्कूलों में एक्यूप्रेशर विशेषज्ञ को साथ लेकर बच्चों को जागृत करना शुरू किया है. सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए सुचारू रूप से योगाभ्यास तथा गर्भ से पूर्व, प्रसूति व गर्भ संस्कार का अभ्यास सुचारू रूप से पूरे देश में जारी. प्लास्टिक का बहिष्कार करने तथा इसके उपयोग से होने वाले नुकसान को लेकर बच्चों के साथ संगीत व नाट्य प्रस्तुति के माध्यम से जनजागरूकता हेतु अनेक आयोजन. कोरोना के समय इनके सहयोग से ‘गरचा’ गुरुद्वारा में शुरू हुई डिस्पेंसरी में गरीब लोगों का निशुल्क उपचार किया जाता है. वर्ष 2020-21 में लायंस क्लब कोलकाता में सचिव का पद संभाला