जन्म: 12 सितंबर, स्थान: नरसिंहपुर, म.प्र.
माता: स्व. श्रीमती मणि नायडू, पिता: श्री के.के.आर. नायडू.
जीवन साथी: ई. आलोक कुमार नायडू. संतान: पुत्र: 01, पुत्री-01.
शिक्षा: एम.एस.सी, बी-लिब्स.
व्यवसाय: लेखन.
करियर यात्रा: स्कूल/कॉलेज की पढ़ाई रीवा, विदिशा, भोपाल, बालाघाट, जांजगीर आदि शहरों में हुई. शादी के बाद पीएचडी शुरू की लेकिन मातृत्व काल के कारण पीएचडी पूरी नहीं हो पाई. बाद में 45 की उम्र में बी लिब्स की परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास की.
उपलब्धियां/पुरस्कार
प्रकाशन
काव्य संग्रह - 1 'अंतर्मन' 2 'मृगतृष्णा ' (10 कवि ), 3 'कालजयी' (5 कवि) 4 'आचमन -प्रेमजल से'
साझा काव्य संग्रह - 1. 'ह्रदय तारो का स्पंदन' 2. 'शब्दों की चहल कदमी' 3 'अक्षर -रंगोली' सात महिला रचनाकारों का काव्य संग्रह
गद्य-पद्य संग्रह (सह -संपादन एवं कहानी लेखन) 'भोर की ओर'
ग़ज़ल संग्रह- 'अल्फ़ाज़ ....तेरे मेरे दिल के'
साझा संग्रह- 'ख़्वाब ईसा हुए सांसे सुकरात'
प्रेरक निबंध संग्रह- 'अतुल्य शक्तियां'
2 किताबें (शीघ्र प्रकाशित)
सम्मान
• म.प्र. राष्ट्रभाषा प्रचार समिति द्वारा अंबिका प्रसाद पुरस्कार
• कादंबरी प्रेरणा सम्मान
• म.प्र. लेखिका मंच द्वारा अहिंदी भाषा सम्मान
• राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी द्वारा 'अहिंदी भाषी अर्चना नायडू का हिंदी में योगदान' विषय पर शोध-पत्र.
• हिंदी सेवा समिति म.प्र द्वारा 'साहित्य रत्न'
• साज़ जबलपुरी स्मृति द्वारा 'अंतर्मन' कृति को 'साज़ सारंग सम्मान'
• आगमन साहित्यिक समूह द्वारा 'आगमन साहित्य सम्मान '
• त्रिवेणी परिषद जबलपुर द्वारा नवोदित लेखिका सम्मान
• चेतना म प्र साहित्यिक संस्था गाडरवारा द्वारा 'ओम साहित्यिक सम्मान'
• ग्वालियर साहित्यिक कला परिषद द्वारा 'काव्य-कुमुद पुरस्कार'
• विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ द्वारा 'विद्या वाचस्पति' एवं 'विद्यासाग' उपाधि से सम्मानित
• म. प्र. लेखिका संघ भोपाल द्वारा सूरज बा स्मृति पुरस्कार
• पाथेय कला साहित्य संस्कृति संस्था द्वारा 'पाथेय सृजन सम्मान'
• वर्तिका साहित्यिक संस्था द्वारा 'वर्तिका सृजन सम्मान एवं 'पाथेय अक्षर अलंकरण 'से सम्मानित
• भिलाई से भिलाई वाणी पुरस्कार
• ग्वालियर साहित्यायान द्वारा सम्मानित
• साथ ही शब्द -प्रवाह उज्जैन ,महिमा प्रकाशन दुर्ग,श्रमजीवी पत्रकार परिषद म. प्र द्वारा पुरस्कृत
रुचियां: लेखन, साहित्य पढ़ना, पाककला, संगीत, आंतरिक गृह सज्जा.
पता: 131, दुर्गेश विहार, नरेला शंकरी, भोपाल -41.