जन्म: 2 मई, स्थान: खंडवा.
माता: श्रीमती चंद्रकांता भट्ट, पिता: श्री नारायण राव भट्ट.
जीवन साथी: श्री नलिन सूर्यकांत मेहता. सन्तान: पुत्र- 01, पुत्री- 01.
शिक्षा: एम.ए. (राजनीति शास्त्र), डॉ हरिसिंह गौर केन्द्रीय वि.वि, सागर, बी.एड, एम.फिल. (राजनीति शास्त्र - नागपुर के राजनीतिक एवं सामाजिक विकास में नागपुर की महिलाओं का योगदान), एडिशनल बी.ए. (मराठी) नागपुर वि.वि.
व्यवसाय: प्राध्यापक (राजनीति शास्त्र -सेवा निवृत्त).
करियर यात्रा: वर्ष 1973 से वर्ष 2005 तक व्ही.एम. व्ही. कॉमर्स, जे.एम.टी. आर्ट्स एवं जे.जे. पटेल साइंस कॉलेज, नागपुर में व्याख्याता राजनीति शास्त्र (हिन्दी, मराठी माध्यम) के रूप में कार्य किया. सेवानिवृत्ति पश्चात नियमित लेखन कार्य.
उपलब्धियां/सम्मान:
स्थानीय व राष्ट्रीय स्तर की पत्र-पत्रिकाओं में लेख, कहानियां व कविताएं प्रकाशित.
नागपुर दूरदर्शन व आकाशवाणी से कविता-कहानियों का प्रसारण.
प्रकाशन- अब तक 6 पुस्तकें प्रकाशित -1. स्वांतः सुखाय 2. मुदित मन (निबन्ध संग्रह), 3. ‘रवि रश्मियां’ (लेख, निबंध संग्रह - नागपुर के राजनीतिक एवं सामाजिक विकास में नागपुर की महिलाओं का योगदान पर आधारित) , 4. ‘कन्यावती भव’ तथा 5. ‘पुष्प पारिजात के’ (कहानी संग्रह) 6. वो डेढ़ दिन (संस्मरण संग्रह 2023), 7. 'वैष्णव जन तो ..' (गुजराती से हिंदी में अनुवाद )
अनुवाद: मराठी व गुजराती भाषा से हिन्दी में अनुवाद- गुजराती- संत नरसिंह मेहता जीवन चरित्र- पुनीत प्रकाशन अहमदाबाद, मराठी –‘जन्म आई चा’ बंध्यत्व पर आधारित पुस्तक.
सम्मान-
1. ‘रवि रश्मियाँ’ पुस्तक के लिए महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी का आचार्य रामचंद्र शुक्ल स्वर्ण पुरस्कार (2019)
2. मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार एवं केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय नई दिल्ली के सौजन्य से, अभ्युदय बहुउद्देशीय संस्था, वर्धा द्वारा हिन्दी सेवी प्रचारक सम्मान,
3. क्राय (चाइल्ड रिलीफ एंड यू) अंतर्राष्ट्रीय संस्था के सौजन्य से आयोजित प्रतियोगिता (महिलाओं का सामाजिक शोषण एवं ‘लड़का लड़की’ भेदभाव विषय पर) में उत्कृष्ट निबंध लेखन हेतु पूना की ‘बाल हक्क अभियान’ महाराष्ट्र राज्य संस्था द्वारा पूना में सम्मानित
4. शैक्षणिक सेवा एवं लेखन कार्य हेतु नागपुर-गुजराती ब्रह्म समाज, गुजराती शिक्षण मंडल द्वारा सम्मानित.
5. पुष्प पारिजात पुस्तक को विद्योतमा फाउंडेशन नाशिक द्वारा "साहित्य सारथी"सम्मान
6. ‘मुदित मन’ पुस्तक के लिए महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी का आचार्य रामचंद्र शुक्ल स्वर्ण पुरस्कार (2022)
रुचियां: हिन्दी साहित्य, संगीत तथा लेखन.
अन्य जानकारी: अनेक कार्यशालाओं, सरकारी कार्यालयों में (राज्य व केंद्रीय) हिन्दी दिवस पर अध्यक्ष के रूप में विचार रखने के अवसर मिले. ‘विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन’, ‘महाराष्ट्र भाषा सभा’, ‘हिंदी महिला समिति’, ‘अंतरंग महिला समिति’ आदि संस्थाओं की सक्रिय सदस्य होने के नाते विभिन्न साहित्यिक कार्यक्रमों में सहभागिता तथा हिन्दी भाषा के प्रचार व प्रसार का कार्य. अधिवेशनों में प्रपत्रों की प्रस्तुति. ऑथर्स गिल्ड ऑफ इंडिया की आजीवन सदस्यता. ‘ऑथर्स गिल्ड ऑफ इंडिया’ द्वारा आयोजित अखिल भारतीय लेखकों के सम्मेलनों में साहित्यिक प्रपत्रों की प्रस्तुति.