जन्म दिनांक : 14 नवम्बर, जन्म स्थान: जबलपुर
माता : श्रीमती स्नेहलता चतुर्वेदी, पिता : श्री के. एम. चतुर्वेदी
जीवनसाथी : श्री श्यामचंद्र झा, संतान: पुत्र -01
शिक्षा: बी.ए, एम.ए (फाइन आर्ट्स), पीएचडी- जारी (चित्रकला-मधुबनी), टेक्सटाइल डिजाइनिंग- सर्टिफिकेट कोर्स - इंदौर, प्रशिक्षण - मधुबनी पेंटिंग जितवारपुर, मधुबनी-बिहार
व्यवसाय: स्वतंत्र कलाकार
करियर यात्रा/जीवन यात्रा : पत्रिकाओं में बने रंगीन चित्रों को देख बचपन से ही चित्रकारी का शौक लगा, जो वक्त के साथ बढ़ता गया. स्नातक करते ही विवाह हो गया. मिथिलांचल में विवाह होने के बाद मिथिला चित्रकला को और भी करीब से जाना. शादी के 3 वर्ष के बाद पुनः पढ़ाई शुरू की. 2019 से सहायक प्रोफेसर के रूप में वर्ष 2024 तक श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय में कार्य किया. घर पर ही कला की कक्षाएं लेना शुरू किया. हमेशा कुछ नया सीखने की जिज्ञासा के चलते कैलीग्राफी और टेक्सटाइल डिजाइनिंग का प्रशिक्षण भी लिया इससे कपड़ों पर डिजाइनिंग करने रास्ता खुल गया. वर्तमान में स्वतंत्र कलाकार के रूप में कार्य जारी.
उपलब्धियां/पुरस्कार
• ‘मधुबनी पेंटिंग में भारत परंपरा और संस्कृति’ विषय पर आनंद अमृत-2021 तथा आनंद-अमृत-2022 में शोध पत्र प्रस्तुत
• आर्ट डिजाइन टीचर्स फोरम और सर्जना एकेडमी फॉर डिजाइन एंड फाइन आर्ट्स (जुलाई 2020) के सहयोग से बाल अधिकार वेधशाला, भोपाल द्वारा आयोजित ऑनलाइन कार्यशाला में विशेषज्ञ
• विश्वविद्यालय प्रतिनिधित्व: राष्ट्रीय स्तर की चित्रकला प्रतियोगिता, जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर (1999-2000)
• एमए में सर्वोच्च अंक प्राप्त (विवि में प्रथम स्थान) करने पर स्वर्ण पदक प्राप्त
प्रदर्शनी/कार्यशाला
• ‘अनेक वर्ण'- प्रीतम लाल दुआ सभागृह इंदौर (2015)
• यूनिसेफ द्वारा आयोजित ‘बाल एवं मानवाधिकार’- स्वराज भवन- भोपाल (2016)
• ‘राजा रवि वर्मा’-भारत भवन, भोपाल (2016)
• ‘वाकणकर मालवा संस्कृति’ - वाकणकर आर्ट गैलरी- उज्जैन (2016)
• मप्र सरकार द्वारा आयोजित ‘रूपाभ’- खजुराहो (2016)
• ‘रंग अमीर’- इंदौर (2017)
• जयपुर आर्ट फेस्टिवल-जयपुर (2017)
• यूनिसेफ एवं बाल अधिकार वेधशाला, भोपाल द्वारा आयोजित ‘बाल एवं मानव अधिकार’-स्वराज भवन, भोपाल (2019)
• खजुराहो आर्ट फेस्टिवल - खजुराहो (2020)
समूह प्रदर्शनी/भागीदारी
• ललित कला अकादमी- दिल्ली (2015)
• ‘अमलगम’-आर्ट पैलेस- गुड़गांव (2015)
• गुजराती कॉलेज इंदौर (टेक्सटाइल वर्कशॉप- 2009)
• उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास विकास द्वारा चित्रांकन शिविर में भागीदारी
• महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगीकरण संस्थान, वर्धा कार्यशाला में शिरकत (2025)
सम्मान
• महिला प्रेस क्लब, इंदौर द्वारा ‘सोशल अचीवर्स अवार्ड’ (2021)
• रोटरी तूलिका चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम स्थान (स्थान का नाम 2000)
• युवा उत्सव चित्रकला प्रतियोगिता, ग्वालियर में प्रथम स्थान (1999)
• एमए में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने पर मानकुंवर बाई कला एवं वाणिज्य महिला महाविद्यालय, जबलपुर द्वारा 'मालपाणी न्यास स्वर्ण पदक' से सम्मानित (2002)
• ‘ऑन-स्पॉट’ पेंटिंग के लिए ‘राष्ट्रीय युवा महोत्सव’ में प्रथम पुरस्कार (1999-ग्वालियर, 2000 -जबलपुर)
अन्य जानकारी : अलका जी को ग्रामीण परिवेश बहुत आकर्षित करता है, इसीलिए वे अपनी कलाकृतियों/कपड़ों पर अधिकांश ग्रामीण संस्कृति/ खासकर ग्रामीण महिलाओं को कैनवास पर उकेरती है. चित्रकारी सिखाते समय वे विद्यार्थियों को एक विषय के रूप में गांव ज़रूर देती हैं.
अलका पति के साथ साइक्लिंग और दौड़ भी करती हैं. साइकिल से सैकड़ों किमी की दूरी भी नाप चुकी है. कई मैराथन प्रतियोगिताओं में यह जोड़ी भाग ले चुकी हैं .
रुचियां: पेंटिंग करना, एक्सरसाइज करना, गाने सुनना.