अंजलि अग्रवाल

Hot
-15%
अंजलि

अंजलि अग्रवाल

anjaliagarwal959@gmail.com.

2023-11-07 02:19:35

248

जन्म दिनांक : 31 मार्च 1963,  जन्म स्थान: दिल्ली.

 

माता: श्रीमती सीता गुप्तापिता: स्व. श्री एन.डी. गुप्ता.

 

जीवन साथी: डॉ. आदित्य अग्रवाल. संतान: पुत्र -01.

 

शिक्षा: एम.ए. (सोशल वर्क), डिप्लोमा इन इंडस्ट्रियल रिलेशंस एंड पर्सनल मैनेजमेंट.

 

व्यवसाय: निदेशक- भारतीय ग्रामीण महिला संघ (बीजीएमएस) इंदौर, निदेशक- स्टेट रिसोर्स सेंटर, प्रौढ़ शिक्षा, इंदौर.

 

करियर यात्रा: राज्य स्तर के एनजीओ स्टेट रिसोर्स सेंटर भारतीय ग्रामीण महिला संघ (बीजीएमएस), इंदौर के साथ 34 वर्षों से विकास के क्षेत्र में (प्रमुख जिम्मेदारियां: योजना और प्रबंधन, एडवोकेसी, नेटवर्किंग, फंड जुटाने, समन्वय, प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण, प्रलेखन, मूल्यांकन, इत्यादि) प्रबंधकीय स्तर पर काम कर रही हैं. यूएन संस्थाओं व  भारत सरकार एवं म.प्र. राज्य शासन के साथ कार्य करने का 34 वर्ष का अनुभव. जीवन कौशल शिक्षा कार्यक्रम उमंगके क्रियान्वयन में स्कूल शिक्षा विभाग, UNFPA व BGMS से जुड़कर काम कर रही हैं. 1993 में मात्र 10 गांवों की 250 किशोरी बालिकाओं के साथ इन्होंने जीवन कौशल शिक्षा कार्यक्रम की नींव रखी आज लगभग 20 लाख किशोर-किशोरियां इस कार्यक्रम से जुड़ चुके हैं.

 

उपलब्धियां/सम्मान 

• सन 1991 में इन्हें इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन CEDPA का 15 माह का वूमेन इन मैनेजमेंट प्रशिक्षण वाशिंगटन डी सी में प्राप्त करने का अवसर मिला.

• वर्ष 2017 में एसआरसी निदेशक के रूप में तत्कालीन उपराष्ट्रपति श्री वैंकय्या नायडू व शिक्षामंत्री प्रकाश जावड़ेकर द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

 

विदेश यात्रा: वाशिंगटन, जापान सहित अनेक देशों की यात्रा.

 

रुचियां: किशोरों के लिए कार्यक्रमों की योजना बनाना, उन्हें लागू करना और बढ़ावा देना. किशोरों के लिए जीवन कौशल शिक्षा पर मॉड्यूल का विकास.

 

अन्य जानकारी: जीवन कौशल शिक्षा कार्यक्रम की सफलता के परिणामस्वरुप वर्ष 2000 में UNFPA ने इन्हें म.प्र.के 5 जिलों (रीवा, पन्ना, सतना, सीधी, छतरपुर) में किशोर-किशोरियों के सशक्तिकरण का दायित्व सौंपा. वर्ष 2007 से यूनिसेफ व राज्य शिक्षा केन्द्र, भोपाल के साथ मिलकर प्रदेश में स्थित 485 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय व बालिका छात्रावास में वार्डन आदि का प्रशिक्षण पाठ्यक्रम निर्मित कर जीवन कौशल शिक्षा कार्यक्रम संचालित किया गया. इसी बीच इन्हें कई देशों की यात्रा करने व UN CONFRENCE में भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला। यूनेस्को की पार्टनर संस्था के रूप में सन 2000 में SRC का चयन हुआ और ASIA PACIFIC CULTURAL CENTER FOR UNESCO जापान के नेटवर्क पार्टनर के रूप में कई बार जापान व अन्य देशों में शिक्षा से संबंधी मुद्दों पर कान्फ्रेन्स में शामिल हुईं तथा पेपर भी प्रस्तुत किए.