जन्म दिनांक: 31 मार्च, जन्म स्थान: उज्जैन
माता: स्व. भागवती देवी शर्मा, पिता: श्री बाबूलाल जी शर्मा
जीवन साथी: श्री गजेन्द्र दीक्षित, संतान: पुत्र- 02
शिक्षा: एमएससी, एमफ़िल, पीएचडी. व्यवसाय: प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष (रसायन विज्ञान-विभाग-मैनिट)
करियर यात्रा: भारतीय विश्वविद्यालयों में स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर शिक्षण और शोध/अनुसंधान कार्यों का 35 वर्षों का अनुभव. श्री सत्य साईं महिला संस्थान- भोपाल से वर्ष 1988 में सहायक प्राध्यापक के रूप में करियर की शुरुआत. यहां वर्ष 1994 तक सेवाएं देने के बाद मौलाना आज़ाद नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (मैनिट) भोपाल में वर्ष 2006 तक सहायक प्राध्यापक तथा वर्ष 2010 तक एसोसिएट प्रोफेसर रहीं. वर्तमान में प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष (रसायन विज्ञान-विभाग) के रूप में कार्यरत. पिछले करीब 20 वर्षों से पर्यावरण संरक्षण को लेकर निरंतर अपने शोध के माध्यम से अनुपयोगी वस्तुओं को उपयोगी बनाने की दिशा में कार्य कर रही है. शोध-अनुसंधान (प्राकृतिक उत्पाद, कंपोजिट और पॉलिमर, बायोडीजल और पर्यावरण) कार्यों में संलग्न.
उपलब्धियां/पुरस्कार
• बेस्ट पेपर अवार्ड (एनवायरनमेंट एनालिसिस) एमपीसीएसटी (2007)
• बेस्ट पेपर अवार्ड (मूर्ति विसर्जन) एमपीसीएसटी (2009)
• राजभाषा रत्न पुरस्कार- गुवाहाटी (2012)
• राजभाषा कार्यान्वयन एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम में पुरस्कार प्राप्त (पोर्ट ब्लेयर 2013)
• ओरिएंटल कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, भोपाल में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन इंजीनियरिंग रिसर्च एंड एप्लीकेशन (आईसीएईआरए-2016) में सर्वश्रेष्ठ शोध पत्र पुरस्कार
• मध्य प्रदेश राष्ट्रभाषा प्रचार समिति द्वारा 'विशिष्ट हिंदी सेवी सम्मान' (2016)
• नारी सशक्तिकरण पुरस्कार - नई दिल्ली (2016)
• कादम्बिनी एवं न्यू लक्ष्य पुस्तक उत्सव में कादम्बिनी शिक्षा एवं समाज कल्याण सेवा समिति (म.प्र.) द्वारा ‘समाज सेवा पुरस्कार’ (2016)
• पंजाब विश्वविद्यालय में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में बेस्ट पोस्टर अवार्ड 2016
• बेस्ट पेपर अवार्ड आईआईएम, अहमदाबाद 2016
• करियर कॉलेज भोपाल में आयोजित करियर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में प्रथम पुरस्कार (2017)
• जीरो माइल अवार्ड- शिक्षा रत्न- नागपुर (2019)
• आरिनी अलंकरण महोत्सव में विशिष्ट सेवा सम्मान, गांधी भवन-भोपाल (2019)
• पर्यावरण संरक्षण को लेकर उत्कृष्ट कार्य करने पर राज्यस्तरीय ‘प्रान्त भूषण पुरस्कार’ माई मंगेशकर सभागृह इंदौर
• टीचिंग एंड साइंस फील्ड के लिए ‘मोस्ट इनोवेटिव प्रोफेसर ऑफ द ईयर’ 2023
• 30 विद्यार्थियों को पीएचडी, 70 को एमटेक और 50 बच्चों को यूजी प्रोजेक्ट में मार्गदर्शन दे चुकी हैं
• बायो कम्पाउंड (ट्यूमर और कैंसर को ठीक करने) पर किये किए गए शोध सहित सात शोध कार्यों के लिए पेटेंट प्राप्त.
विदेश यात्रा: बोस्टन-यूएसए, दुबई, सिंगापुर, यूके, बैंकॉक, नेपाल, इंग्लैण्ड.
रुचियां: शोध-अनुसंधान, सामुदायिक सेवा, वृक्षारोपण, अनुपयोगी चीजों से उपयोगी चीजें बनाना, छात्रों में सांस्कृतिक मूल्यों का विकास करना.
अन्य जानकारी: मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मैनिट) की विज्ञानी डॉ. सविता दीक्षित पर्यावरण संरक्षण पर निरंतर कार्य कर रही हैं. पर्यावरण संरक्षण पर उनके द्वारा किये गए कार्यों में फ्लाई ऐश एवं जिओ पॉलीमर का रेशियो एनालिसिस कर पेवर ब्लॉक बनाने तथा मिट्टी की उर्वरता को बनाए रखने के लिए सीमेंट के सस्ते विकल्प के तौर पर संशोधित कंक्रीट स्ट्रक्चर का आविष्कार प्रमुख हैं. मैनिट, भोपाल के 'तूर्यनाद' राष्ट्र स्तरीय हिंदी महोत्सव (जिसका उद्देश्य राजभाषा हिंदी व भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार द्वारा लोगों में राष्ट्र गौरव व आत्मगौरव की भावना का विकास करना है) सहित विभिन्न छात्र गतिविधि कार्यक्रमों के सक्रिय रूप से शामिल. विभिन्न कार्यशालाओं और सम्मेलनों, पाठ्यक्रमों का आयोजन. इनके दिशा-निर्देशन में अनुसंधान परामर्शी अनेक परियोजनाएं सफलतापूर्वक संचालित की गई. राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित संगोष्ठी, कार्यशालाओं, सम्मेलनों में सक्रिय भागीदारी. विभिन्न संस्थान स्तर के कार्यक्रमों में समन्वयक और आयोजक, 10 से अधिक समाज की संस्थापक और समन्वयक होने के साथ- साथ 100 से अधिक चयन समिति की सदस्य रह चुकी हैं. आजीवन जनरल सदस्यता – मेडिसिनल एंड एरोमेटिक प्लांट्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया, एशियन पॉलीमर एसोसिएशन, द सोसायटी ऑफ़ पॉलीमर साइंस, ISTE (LM-20559).