जन्म दिनांक 1 जुलाई, जन्म स्थान: तराना (उज्जैन).
माता: श्रीमती विद्यावती सनोठिया, पिता: श्री बाबूलाल सनोठिया.
जीवन साथी: श्री हरिवल्लभ शर्मा “हरि”. संतान: पुत्र- 01, पुत्री-02.
शिक्षा: एम.ए. (हिन्दी), एल.एल.बी. व्यवसाय: लेखन.
करियर यात्रा: 1977 में विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से बैचलर ऑफ आर्ट्स, 1980 में एम.ए. हिंदी साहित्य (प्रावीण्य क्रम में अष्टम स्थान) विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से किया. इसी समय भगवतीचरण वर्मा जी के उपन्यास पर लघु शोध प्रबन्ध "सबहिं नचावत राम गुंसाईं" लिखा. इसके बाद 2004 में विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से एल.एल.बी की डिग्री प्राप्त की. विभिन्न साहित्यिक पत्रिकाओं साहित्य अमृत, सोच विचार, वीणा, गीत गागर, साहित्य सरोज, अनन्तिम, कर्मनिष्ठां, सत्य की मशाल, बांसुरी, शिवांशु दर्पण, साहित्य गंधा, अक्षरा आदि एवं अभिव्यक्ति, अनुभूति आदि ई-पत्रिकाओं व विभिन्न समाचार पत्रों में गीत, गज़ल, कहानियों व आलेखों का प्रकाशन.
गीतकार सीमा हरि शर्मा की पहली कृति गीत अंजुरी 60 साल की उम्र में प्रकाशित हुई. वे गजल, कहानी और छंद लिखती थीं, जब लोगों द्वारा उनकी रचनाएँ जब सराही जाने लगीं तब उन्होंने गीतों के संग्रह को किताब का रूप देने का विचार किया था. वे अब तक 300 गज़ल, 20 कहानी के साथ 200 से ज्यादा छंद, घनाक्षरी सवैये लिख चुकी हैं. 2020 में साझा संग्रह भी प्रकाशित हुआ इसमें इनके 40 दोहे शामिल थे, उनके 15 साझा संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं. उनके पति श्री हरिवल्लभ शर्मा ने भी एक गीत संग्रह ‘मुखर चितेरे’ लिखा है. अब दोनों साथ लेखन कार्य कर रहे हैं और जल्दी ही दोनों का साझा कविता संग्रह आने के साथ ही छंद, गजल और मुक्तक की किताब भी आयेगी.
उपलब्धियां/पुरस्कार:
प्रकाशन-
गीत संग्रह “गीत अंजुरी”, साझा संग्रह प्रकाशित- 1. गीत प्रसंग 2. दोहा प्रसंग 3. नवगीत का मानवतावाद 4. अपूर्वा गीत संग्रह 5. काव्य कुंज 6. साहित्यगंधा-कवयित्री विशेषांक 7. सूरज है रूमाल में 8. पाँव गोरे चांदनी के (प्रेम गीत संग्रह), (9) उत्तर आधुनिक काव्य 21 वीं सदी की कविताएँ-2021(10) कृष्ण काव्य पीयूष-(ह्यूस्टन अमेरिका 2021 (11) भारत काव्य पीयूष
पुरस्कार/सम्मान:
• गीत संग्रह 'गीत अँजुरी' के लिए मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी का 'बालकृष्ण शर्मा नवीन' पुरस्कार (2023)
• श्रीमती कमला चौबे लेखिका सम्मान- मध्य प्रदेश लेखक संघ (2019)
• श्रीमती फूलाबाई पवैया स्मृति साहित्य 'कलारत्न सम्मान' (पद्य) गीत अंजुरी के लिए (18-19)
• अखिल भारतीय भाषा साहित्य सम्मेलन द्वारा गीत अँजुरी' के लिए 'श्रीमती सुमन चतुर्वेदी स्मृति राष्ट्रीय पुरस्कार' (2019)
• तुलसी साहित्य अकादमी द्वारा 'रत्नावली शिखर सम्मान' (2019)
• म.प्र. प्रभात साहित्य एवं कला परिषद द्वारा 'सरस्वती प्रभा सम्मा' (2018)
• अंजुरी के लिए 'गीत श्री' सम्मान गीत (2019)
• साहित्य रत्न- देहरादून (2017)
• 'साहित्य श्री' (2018)
• 'उद्घोष साहित्य परिषद सम्मान' (2016)
• 'काव्य श्री' (2016)
• मातृभाषा उन्नयन संस्थान इंदौर 'अंतरा शब्द शक्ति सम्मान' (2018)
• 'साहित्य शिरोमणी' (2018)
• निर्भया साहित्य कल्याण सम्मान (2018) सहित अनेक सम्मान तथा पुरस्कार प्राप्त.
रुचियां: लेखन, पठन, चित्रकला, संगीत, सामाजिक कार्य.
अन्य जानकारी: शासकीय महाविद्यालय में हिन्दी विषय के प्राध्यापक के रूप में योगदान. उनके पिता वकील और गीतकार थे. उनका गीत संग्रह ‘मैं गीत नहीं लिखता’ प्रकाशित हुआ. उस समय उनके पिताजी एक श्लोक याद करने पर 25 पैसे देते थे. पिता से ही उन्हें लेखन की प्रेरणा मिली. कॉलेज में गीत-कविताओं में उन्होंने अनेक पुरस्कार अर्जित किये.