जन्म दिनांक: 27 मई, जन्म स्थान: भोपाल.
माता: श्रीमती रमा कामले, पिता: स्व. श्री मधुकर कामले.
जीवन साथी: श्री रंजीत निकोसे.
शिक्षा: बी.ए. (संगीत), एम.ए. (हिन्दी साहित्य/समाजशास्त्र/संगीत).
व्यवसाय: ध्रुपद गायिका (शास्त्रीय संगीत), संस्थापक- मधुरम संगीत अकादमी (गायन और वादन में शास्त्रीय संगीत का प्रशिक्षण).
जीवन यात्रा/करियर यात्रा:
घर में संगीत का कोई माहौल नहीं था, लेकिन संगीत में सुरेखा की रुचि को देखते हुए उनकी माँ ने घर के पास ही स्थित साधना संगीत महाविद्यालय में संगीत सीखने के लिए भेजना शुरू किया. उनके कॉलेज की प्रिंसिपल ध्रुपद गाती थीं, उन्ही की प्रेरणा से सुरेखा की रुचि ध्रुपद गायन में बढ़ी.
सुरेखा ने भारतीय कला महाविद्यालय खैरागढ़ से संगीत में एमए (कोविद) किया. उसके बाद उनका चयन अलाउद्दीन खान संगीत अकादमी द्वारा पांच वर्ष में एक बार दी जाने वाली स्कालरशिप के लिए हो गया. यहां गुरु शिष्य परम्परा में उस्ताद जिया फरीदुद्दीन डागर साहब से ध्रुपद की उच्च शिक्षा प्राप्त की. प्रारम्भ में घर से ही विद्यार्थियों को संगीत की शिक्षा देना प्रारम्भ किया. इसके साथ ही 2 वर्ष उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत कला अकादमी में सहायक गुरु के पद पर कार्य किया. वर्ष 2011 में मधुरम संगीत अकादमी की स्थापना की. वर्तमान में भोपाल में बैठक - द आर्ट हाउस का संचालन एवं विद्यार्थियों को ध्रुपद शिक्षा कार्य में संलग्न हैं.
उपलब्धियां/पुरस्कार:
• उस्ताद अलाउद्दीन खा संगीत अकादमी द्वारा पांच वर्ष में एक बार दी जाने वाली स्कॉलरशिप के लिए चयन.
• ध्रुपद-पर्व का दूरदर्शन द्वारा सीधा प्रसारण (2012).
मंच प्रदर्शन
• तानसेन समारोह-ग्वालियर (1995)
• कबीर समारोह-भोपाल (1997)
• उत्तराधिकार सम्मान समारोह-भोपाल (1998)
• हरिदास समारोह-वृंदावन (1998)
• भातखंडे समारोह-भोपाल (1999)
• परभणी महोत्सव-यवतमाल (2001)
• अंबादास संगीत समारोह-इंदौर (2000)
• डागर समारोह-मुंबई (2000)
• त्रिवेणी संगम-नागपुर (2000)
• औरंगाबाद महोत्सव-इंदौर (2002)
• अम्बेजोगई फेस्टिवल-अंबेजोगई (जिला बीड, महाराष्ट्र) संगीत संकल्प-नई दिल्ली (2002)
• नासिक, नंदी महोत्सव-नंदाई (2004)
• ओंकार संगीत समारोह-मुंबई (2005)
• सत्य गुरु पागलदास समारोह-पुणे (2005)
• दादर माटुंगा सांस्कृतिक केंद्र मुंबई (2005)
• आईएएस ऑफिसर्स क्लब-नागपुर (2006)
• माउंट आबू महोत्सव (2006)
• संगीत संकल्प- कुरुक्षेत्र, अहमदाबाद, पटना (2009)
• सुरबहार-वोकल युगल सुरसंगम-पुणे (2011)
• यशोधरा महोत्सव-जनजाति संग्रहालय-भोपाल (2018)
• हैबिटेट सेंटर-नई दिल्ली (2019), औरीविला पांडिचेरी (2019) सहित देश की सभी बड़ी सभाओं में गायन प्रस्तुति.
कार्यशाला
• मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मैनिट)- भोपाल
• सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)- मुंबई
• सिम्बायोसिस-पुणे
• गणेश टिकरी मंदिर-नागपुर
• सरस्वती भवन महाविद्यालय
• एसबी महाविद्यालय-औरंगाबाद
• कला अकादमी-नागपुर
• मधुरम साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्थान-भोपाल
• नव भारत (नवरात्र)- नागपुर
• उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत अकादमी-भोपाल सहित अनेक स्थानों पर संगीत और ध्यान के लिए कई कार्यशालाओं का निर्देशन और आयोजन करते हुए संगीत कौशल का प्रदर्शन.
अन्य जानकारी:
मधुरम सांस्कृतिक साहित्यिक समिति द्वारा महिलाओं एवं बच्चों के लिए कई कार्यक्रम महिला एवं बच्चों के लिए कार्यशालाएं और प्रदर्शनियां तथा अन्य कार्यक्रम कई वर्षों से लगातार जारी. ध्रुपद गायन से बीमारियों (तनाव प्रबंधन, एकाग्रता, हाइपरटेंशन, वाणी दोष, अस्थमा) के उपचार हेतु वर्कशॉप का आयोजन. ध्रुपद गायन के क्षेत्र में महिलाएं आज भी अंगुलियों पर गिनने के लायक ही हैं.
विदेश यात्रा: दुबई.
रुचियां: गायन, कुकिंग, समाज सेवा.